खुशवंत सिंह ने जो जीवन जिया और जिस तरह जिया, जिस रोमांच, जिस सलीके और पारदर्शिता से जिया उस में दिया बहुत ज़्यादा और लिया बहुत कम। ऐसा जीवन और ऐसा लिखना काश कि सब के नसीब में होता !
नेहरु आते ही हवाई अड्डे से सीधे बिना किसी शेड्यूल के लेडी माउंटबेटन से मिलने चले जाते हैं। लेडी माउंटबेटन गाऊन मे ही उन का दरवाज़े पर वेलकम करती हैं। एक लंबे आलिंगन और चुंबन के साथ। छुपे हुए…
positive India,नयी दिल्ली,
चर्चित लेखक खुशवंत सिंह 98 साल की उम्र में भी शराब एवं लजीज व्यंजनों का आनंद उठा पाने में सक्षम होने की वजह से खुद को भाग्यशाली मानते हैं, लेकिन उन्हें इस बात…