संस्कृत महाविद्यालय को तोड़कर बनाया गया था अढ़ाई दिन का झोपड़ा
इतिहासकारों ने ये तो बताया कि यह मस्जिद केवल अढ़ाई दिन में बनकर तैयार हो गई , लेकिन ये नहीं बताया कि इसे हमारे संस्कृत विद्यालय को तोड़कर ही मस्जिद का स्वरूप दे दिया गया ।
Recover your password.
A password will be e-mailed to you.