क्या राहुल गांधी ने संसद में बहुत बुद्धिमानी की बात की ?
संघ होते हुए भी भारत कोई सोवियत संघ नहीं कि टूट जाएगा। भारत में विविधता से बनने वाली राष्ट्र भावना की एकता को शायद कोई विदेशी रक्त चरित्र नहीं परख सकता। किताबें पढ़कर कम्युनिज्म प्राप्त कर…