मुस्कान पांच लाख रुपये आपकी बहादुरी का पुरस्कार नहीं बल्कि आपके शिकार होने की कीमत…
क्या सच में मुस्कान बहादुर है? क्या मुस्कान को इस्लामिक पैट्रियार्की के लिए यूज नहीं किया जा रहा? क्या मुस्कान को मजहबी राजनीति के लिए शिकार नहीं बनाया जा रहा?