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रामायण

चिरयौवना अयोध्या की अधिष्ठात्री देवी अयोध्या को प्रणाम कीजिए !

अयोध्या है कौन जिस के नाम पर यह नगर अयोध्या बसा। नहीं जानते तो पढ़िए कभी कालिदास लिखित रघुवंशम् । तो पता चलेगा कि अयोध्या एक स्त्री का नाम है। अयोध्या इस नगर की अधिष्ठात्री देवी भी कही जाती…

वाहियात मूवी आदिपुरुष ने धार्मिक कथाओं की छीछालेदर कर दी

आदिपुरुष में रावण का जो 'दशानन' रूप दिखाया गया है उसको देखकर रावण की आत्मा दूर कहीं आसमान में खुद 'कुम्भिपाकम' के लिए आग पर चढ़े मटके में कूद गई होगी।

आदिपुरूष फ़िल्म रामायण नहीं बल्कि शैतानी आयतों से प्रेरित क्यो दिखती है?

फ़िल्म आदिपुरुष के बारे में भी मनोज मुंतशिर कह रहे हैं कि हमने रामायण नहीं बनाई है अपितु रामायण से प्रेरणा ली है । लेकिन सब कुछ आईने की तरह साफ़ है कि वह हमारे आराध्यों को मामूली स्टंट स्टार…

समीक्षा तो पहले आदिपुरुष की भर्त्सना पर होनी चाहिए।

फिल्म आदिपुरुष रामायण नहीं है और एक कमर्शियल फिल्म है। डायलॉग्स और पात्र को छोड़ दें तो ऐसी किसी कमर्शियल फिल्म में सनातन निष्ठा की दो बातें डाल देना एक तरह से नैरेटिव को मजबूत करना कहा जाता…

आदिपुरुष फ़िल्म के निर्माताओं ने कुछ अलग हट कर दिखाने की मूर्खता क्यो की ?

धर्मिक कथाएं किसी फिल्मी कहानीकार की गढ़ी हुई कहानी नहीं हैं कि विलेन का मतलब गब्बर और हीरो का मतलब पियक्कड़ बीरू हो।

कहां-कहां से तुलसी को मिटाएंगे ?

कुछ मतिमंद तुलसी की रामचरित मानस को संपादित कुछ चौपाइयां हटाने की मांग कर जहर उगल और बो रहे हैं। इतिहास गवाह है कि राम और तुलसी से लड़ कर हर कोई नष्ट हुआ है। अब इन की बारी है।

कुतर्की और नफरत के शिलालेख लिखने वाले जहरीले लोगों के विमर्श में फंसने से कृपया बचें

आप जहरीले लोगों के उकसावे में आ जाते हैं। कौआ कान ले गया में फंस जाते हैं। दूसरा और महत्वपूर्ण कारण यह है कि आप इस उकसावे में यह भी भूल जाते हैं कि तुलसीदास ने रामचरित मानस हिंदी में नहीं…

रावण की स्त्रियों के बारे क्या सोच थी वह रावण की ही थी तुलसी की नहीं

महाभारत में कितनी बार नारी के लिए अपमान जनक शब्दों का प्रयोग हुआ है पर कोई इसके लिए महाभारत के रचयिता वेदव्यास को दोषी नहीं ठहराता । मर्चेंट ऑफ़ वेनिस के यहूदी पात्र शाइलॉक का इतना चरित्र…