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कनक तिवारी

गांधी के लिए किसान-कनक तिवारी की कलम से

गांधी की बेहद कुरूप मूर्तियां सारे देश में लगी हैं। वे अकेले हैं जो भारत में सभी दफ्तरों और न्यायाधीशों के सर के ऊपर तक टंगे हैं। उनके जन्मदिवस पर पूरी छुट्टी होती है। उनकी पुण्यतिथि पर उसकी…

गांधी का समाजवाद–कनक तिवारी

अखिल भारतीय हरिजन सेवक संघ की स्थापना महात्मा गांधी ने की। ऐतिहासिक यरवदा अनशन के बाद गांधी ब्रिटेन की चाल विफल करने में कामयाब हुए। 1935 के भारत सरकार अधिनियम के अन्तर्गत ब्रिटिश शासकों की…

एक को चुनना पड़े तो किसे चुना जाए – कनक तिवारी

गांधी को फकत राजनेता समझने की भूल नहीं की जाए। तो राजनीति का पहले चमकता अब झिलमिलाता तारा जवाहरलाल नेहरू हैं। मैं पंडित नेहरू में शेक्सपियर के अमर चरित्र हैमलेट को भी देखता हूं और प्राचीन…

काका दिल तोड़ दिया यार- कनक तिवारी

Positive India:Kanak Tiwari: राजेश खन्ना अलविदा कह कर अपने अभिनय के संसार में हमें यादों की लहरों पर छोड़ गए। इसमें कहां शक है कि राजेश हिन्दी फिल्मों के पहले सुपरस्टार थे। मुख्यमंत्री…

तेरा बयान गांधी!-कनक तिवारी की कलम से

गांधी ने तो पाखाना को भी संस्कृति का बैरोमीटर कहा था। आज देश के उद्योगपतियों, राजनयिकों और नौकरशाहों सहित उच्च मध्यवर्ग और होटलों आदि के शौचालयों में इतना अधिक पानी बहाया जाता है। उतना…

कांग्रेस की अनावश्यक उलझनें ! कनक तिवारी

राहुल गांधी उलट चल पड़े हैं। इंदिरा ने अवसाद को आक्रोश और राजीव ने अवसाद को आत्ममंथन में बदला। राहुल अवसाद को पलायन का नकाब ओढ़कर पस्तहिम्मती को खुद्दारी में बदलने के नये प्रयोग के सूत्रधार…

गरीब की चटनी पीस डालें-कनक तिवारी

अमीरों से जलना गरीबों का पैदाइशी दुर्गुण है। इससे बचाने के लिए सरकार नए नए अधिनियम रचती है। गरीब को लोकतंत्र में पांच वर्ष में अपनी सरकार चुनने का मौका देती है। मौके का पूरा फायदा उठाएं।…

क्रांतिकारी भगवानदास माहौर जिन्होनें मुखबिर फणीन्द्र घोष को भरी अदालत में गोली मार दी

लाला लाजपत राय पर सन् 1928 में लाठी प्रहार करने वाले पुलिस अधिकारी को मार डालने की योजना में आजाद ने माहौर जी को प्रमुख भूमिका दी थी। भुसावल में सन् 1929 में पकडे जाने के बाद भरी अदालत…

आर्टिकल 15 का दिल और उसकी पीठ के जख्म-कनक तिवारी

अपनी तमाम अच्छाइयों के बावजूद जातिवाद आज भी जहर है। वह भारतीय समाज की जड़ों को खोखला कर रहा है। एक धर्म में चार वर्ण होंगे। उन्हें अज्ञात लोगों ने लिखकर ईश्वर का वचन बना दिया होगा जिन्हें…