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आरक्षण

जानिए कैसे आरक्षण की बैसाखी पर खड़े लोगों ने मलाई चाटने के लिए एकलव्य का फर्जी अंगूठा…

एकलव्य कोई दबा-कुचला निर्धन नहीं था । श्रृंगबेर राज्य का शासक था । लेकिन अंगूठे का छल का व्याकरण रच कर आरक्षण की मलाई चाटनी ज़रुर एक छल है । इस छल और कुप्रचार को समाप्त किया जाना चाहिए ।

क्या अब आरक्षण बन गया है प्रतिभा पलायन का बड़ा कारण ?

देश और देश की सेवाएं प्रतिभावान बच्चों से वंचित हो रही हैं तो आरक्षण की बला से । देश प्रतिभाहीन लोगों के कचरे से पटा जा रहा है । ऐसे जैसे प्लास्टिक का कचरा हो । प्रतिभा पलायन अब एक नासूर बन…

लड़की हूं , लड़ सकती हूं ! स्लोगन में संभावनाएं बहुत हैं लेकिन

लड़की हूं , लड़ सकती हूं। बिलकुल खिला-खिला स्लोगन। एकदम चटक और अपीलिंग। किसी ख़ूबसूरत कविता की तरह। किसी वामपंथी सांस्कृतिक दल के नुक्कड़ गीत की थिरकन मन में हिलोर मारने लगती है। लेकिन इस स्लोगन…

तथाकथित सेक्यूलर सूरमाओं तथा जनसंघ का विश्लेषण

जितने भी अपने को दलित बुद्धिजीवी मानते हैं, सब के सब हिप्पोक्रेट हैं। इन की कोई भी लड़ाई और लफ्फाजी दलितों के लिए नहीं , आरक्षण और सुविधा की मलाई चाटने के लिए ही होती है। जातीय नफ़रत और जहर की…

कुछ लोग साहित्य में भी आरक्षण की ही तलब रखते हैं

जो लोग साहित्य में भी आरक्षण की ही तलब रखते हैं, उन से कोई विमर्श करना दीवार में सिर मारना होता है । पिछड़ों , दलितों के साहित्य में भी आरक्षण की तलब भी गज़ब है ।

अर्नब बनाम दलाल बिकाऊ मीडिया तथा वाम ब्रह्मास्त्र का विश्लेषण

दलाल बिकाऊ मीडिया स्वर्ण, दलित, आरक्षण, अनारक्षण, जाती, भाषा के नाम पर आपसी कलह में उलझा देने का करीगरी रखता है...यह वही वाम ब्रह्मास्त्र है जिसने आजादी से आज पर्यत हिंदू को एकजुट नहीं होने…

ओबीसी और सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को आरक्षण के मामले में मान.

पॉजिटिव इंडिया:रायपुर; 21 सितम्बर 2020 मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहां उनके निवास कार्यालय में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित केबिनेट की बैठक में राज्य के…

100 % आरक्षण की ओर बढ़ते कदम

आज तो लगता है कि यह देश बगैर आरक्षण का चल नही सकता । पूरा खेल अपने राजनीतिक फायदे के लिए है । इस देश ने पोलियो से मुक्ति पा ली, पर आरक्षण से मुक्ति पाना कठिन है । दुर्भाग्य यह है कि लोग इससे…