Positive India:Dr.Chandrakant Wagh:
कोरोना में लाॅकडाउन मे दिन कैसे बिताये दिन, कुछ लोगो के लिए चिंता की बात हो गई है । सकारात्मक सोच न होने के कारण यह स्थिति उत्पन्न होती है । इस बिमारी के कारण जाने अनजाने मे जो समय मिला है उसमे हम क्या कर सकते है, यह हमे तय करना है । हमे अपने अंदर मे झाकना होगा कि हम इस परिस्थितियो मे क्या कर सकते है । आज इस भागदौड़ की जिंदगी मे हम अपने परिवार को समय नही दे पा रहे है । इस खूबसूरत पल का हम अपने परिवार के साथ शेयर करे ताकि जिंदगी अपने यादो मे रख पाएं । कुछ मेरे मित्र बहुत अच्छा गाते है और अपने व्यस्त जिंदगी मे समय निकालकर वीडियो शेयर करते है ।आज उन्हे एक बहुत अच्छा मौका मिला है।
मै तो अपने दिन को लोगो को इस बिमारी से बचने के लिए क्या सावधानी रखनी चाहिए,को फेसबुक के माध्यम से लोगो मे शेयर कर जागरूकता पैदा करता हू । शायद यह मेरा कोरोना पर सातवां लेख है; जो मै अपने मित्र पुरूषोत्तम मिश्रा के पाजिटिव इंडिया के माध्यम से आपके सम्मुख रखता हू ।
हम समाज के लिए इन परिस्थितियो मे, समाज के बेहतरी के लिए एक कार्यकर्ता के रूप मे क्या कर सकते है, यह देखना होगा । ऐसा कर हम बहुत बड़ी सहायता प्रदान कर सकते है । आप पुलिस से अनुमति लेकर, फंसे लोगो को राहत प्रदान कर सकते है । किसी बिमार को अपने वाहन से अस्पताल पहुंचा सकते है । मेरे भाई, कुछ नही कर सकते, तो हमारे लिए दिन रात अपना परिवार को छोड़कर इस विषम परिस्थितियो मे अपना कर्तव्य निभा रहे है ऐसे पुलिस वालो के लिए चाय नाश्ता और उनके खाने की चिंता कर आप अपने दिन का सदुपयोग कर सकते है ।
मैने पहले ही वाटसअप , फेसबुक व फोन के द्वारा चिकित्सा की बात शेयर की है । मेरे अधिकांश चिकित्सक मित्र भी यही रोल अदा कर रहे है । अरे कुछ नही, तो जो लोग इसके बारे मे नही जानते आप उन्हे इस बिमारी की गंभीरता के बारे मे बताये जिससे वो भी और उसका परिवार, मोहल्ला बच सके । आज मैने अपने खाली समय मे रोस्टेड काजू बनाया । जिसे मैने गूगल बाबा के चलते सीखा । आज मेरे छोटे भाई प्रवीण बजाज ने एक वाटसअप और फेसबुक के माध्यम से अपील की कही कोई फसा है तो वो आने के लिए संपर्क कर सकते है । उन्होंने अपना नंबर भी दिया हुआ है । जिसन लोगो को समय न कटने की परेशानी है बस अपने अंदर झांके कोई न कोई उत्तर मिल जाएगा । आज हमारा उद्देश्य मात्र इस बिमारी से लडने का भी है और अपने लोगो को बचाने का भी है । हम ही लोग है जो ग्राउंड मे काम करते है इसलिए हम सहयोग भी जमीनी स्तर पर कर देश के लिए कुछ कर सकते है । उम्मीद है इसे पढ़कर आप कुछ तय कर ले । हमे इस मुश्किल समय मे एक दूसरे को सहयोग कर ही इस आपदा को हटाना है । बस हम एकजुट हो जाये यही हमारी प्राथमिकता है । हमे प्रधानमंत्री जी जो देश के नाम संदेश दे रहे उसे अमल मे लाना है । बाकी और कभी आगे
लेखक:डा.चंद्रकांत वाघ-अभनपूर