Positive India:Dayanand Pandey:
फासिस्ट कांग्रेसी और फासिस्ट वामपंथी भक्तों के लिए एक ख़ास सूचना है। सूचना है कि आज साहित्य अकादमी द्वारा घोषित पुरस्कारों में कांग्रेसी नेता और कन्नड़ लेखक वीरप्पा मोइली को श्री बाहुबली अहिमसादिग्विजयम महाकाव्य के लिए साहित्य अकादमी दिया गया है। वीरप्पा मोइली निश्चित रूप से कन्नड़ के बहुत अच्छे लेखक हैं। मैं ने उन की रचनाओं के हिंदी अनुवाद पढ़े हैं। वीरप्पा मोइली जी को बहुत बधाई ! इसी तरह बीते साल कांग्रेसी नेता और अपने महिला प्रेम के लिए चर्चित नेता शशि थरूर को भी साहित्य अकादमी मिला था। साहित्य अकादमी सचमुच ही स्वायत्तशासी संस्था है। जिस में किसी सरकार का कभी कोई सरकारी हस्तक्षेप नहीं होता।
लेकिन अवार्ड वापसी गैंग के लोगों ने बीते बरसों में ऐसा प्रदर्शित किया गोया साहित्य अकादमी नरेंद्र मोदी के पिता जी की जागीर हो। और साहित्य अकादमी अवार्ड वापस कर देश में एक जहरीला वातावरण तैयार किया गया। ठीक वैसे ही जैसे किसान आंदोलन के बहाने 26 जनवरी के दिन दिल्ली को जालियावाला बाग़ बनाने का दुष्चक्र इन्हीं ताक़तों द्वारा रचा गया था। भारी हिंसा और लालकिला पर तिरंगे का अपमान इसी रणनीति का हिस्सा था। जैसे कभी साहित्य अकादमी की अवार्ड वापसी का लाक्षागृह। अभी इन शकुनि बंधुओं की चौसड़ पर कई बिसातें हैं। जिन पर देश की जनता ही इन को सबक़ दर सबक़ सिखाएगी।
साभार:दयानंद पांडेय-एफबी(ये लेखक के अपने विचार हैं)