

Positive India:New Delhi: गृह मंत्रालय ने दिल्ली में दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी कर दिया है। धारा 144 का असर ना होते हुए देखकर दिल्ली के 4 इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। यह इलाके हैं मौजपुर, जाफराबाद, करावल तथा बाबरपुर।
नागरिकता कानून के विरोध में उठी आवाज़ तथा नागरिकता कानून के सपोर्ट में आए लोगों की वजह से दिल्ली में दंगे भड़क गए। इस दंगे में अब तक 13 लोग मारे जा चुके हैं तथा 200 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। इन 200 से अधिक घायलों में 56 से अधिक पुलिस वाले हैं, जिनमें 2 आईपीएस हैं।
दिल्ली के दंगों को देखते हुए तथा दंगाइयों पर काबू पाने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स तथा सीआरपीएफ ने मोर्चा संभाल लिया है। यमुनापार के कई इलाके भीषण हिंसा की चपेट में आ चुके हैं। इस हिंसा को काबू करने के लिए गृह मंत्रालय ने 67 कंपनियां तैनात कर दी हैं।
दंगाइयों ने पेट्रोल पंप के साथ सैकड़ों वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इनमें 50 से अधिक कारें, 50 से अधिक मोटरसाइकिल तथा बहुत से ई रिक्शा शामिल है।
दंगों की स्थिति को देखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सीलमपुर इलाके का दौरा किया। दिल्ली पुलिस ने जफराबाद से प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया।
एक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत विपक्षी पार्टियों ने नागरिकता कानून के विरुद्ध वर्ग विशेष के लोगों को तैयार किया तथा डोनाल्ड ट्रंप के भारत विजिट, वह भी सोमवार को जब ट्रंप दिल्ली में थे; उस वक्त हिंसा को अंजाम दे दिया ताकि भारत की तस्वीर को एक दंगाई देश के रूप में पेश की जा सके। 70 दिन से चला आ रहा है शाहीन बाग का प्रदर्शन अचानक हिंसक नहीं हुआ बल्कि सुनियोजित ढंग से इसे बनाया गया