जब सबला ने अधीर पर किए तीखे हमले
नरेंद्र मोदी को घुसपैठिया बताने के बाद अधीर रंजन ने निर्मला सीतारमण को निर्बला घोषित किया
Positive India:New Delhi: कांग्रेसी नेता अधीर रंजन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घुसपैठिया बताने के बाद एक बार फिर विवादित बयान दिया है इस बार लोकसभा में उन्होंने निर्मला सीतारमण को निर्बला घोषित कर दिया।
अधीर रंजन के बयानों से ऐसा प्रतीत होता है कि हाई लेवल पर यह डिसाइड हो चुका है कि किसी भी प्रकार विवादित बयान दिए जाएं, वह भी प्रधानमंत्री के खिलाफ, उनके मंत्रियों के खिलाफ, लोकसभा तथा राज्यसभा में दिए जाएं ताकि यह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर न्यूज़ हैडलाइन बने।
लोकसभा तथा राज्यसभा का प्रश्नोत्तर काल इस कदर नीचे गिर चुका है कि कोई भी नेता किसी भी तरह का बयान दे सकता है, आरोप-प्रत्यारोप लगा सकता है, व्यक्तिगत लांछन लगा सकता है।
ऐसा नहीं की अधीर रंजन की जुबान फिसल गई। ऐसा बिल्कुल नहीं है। उन्होंने जानबूझकर निर्मला सीतारमण को निर्बला बोला और यह कहते हुए बोला कि मैं आपको निर्बला कहता हूं। जैसा हमला बोला गया, निर्मला सीतारमण ने ठीक उसका जवाब भी उसी अंदाज में दिया कि मैं निर्मला सीतारमण हूं। मैं निर्बला नहीं, मैं सबला हूँ । उसके बाद निर्मला सीतारमण ने नरेंद्र मोदी सरकार की एक-एक योजनाओं की गिनती करा दी; जैसे देश में साढे आठ करोड़ शौचालय बनाना। शौचालय बनवाते समय यह नहीं देखा गया कि शौचालय बनवाने वाला है हिंदू या मुस्लिम है या दलित है । धर्म जाति देखकर रसोई गैस सिलेंडरों का वितरण नहीं किया गया। गांव गांव में बिजली पहुचाते वक्त यह नहीं देखा गया कि यह हिंदू का घर है या मुस्लिम का घर है या किसी अन्य का घर है। इतना ही नहीं निर्मला सीतारमण ने कांग्रेसी अधीर रंजन पर तीखा हमला बोलते हुए बोला कि हम लोगों ने उन मां बहनों के पास शौचालय तथा रसोई गैस की सुविधा मुहैया कराई, वह कोई हमारे जीजा नहीं थे। यह जीजा की परिपाटी सिर्फ कांग्रेस में है बीजेपी में नहीं। बीजेपी में सिर्फ कार्यकर्ता होते हैं , जिनका काम है नीचे के लेवल पर जाकर काम करना और काम करते वक्त कार्यकर्ता धर्म और जाति नहीं देखता।
ज्ञात हो अभी एक दिन पहले ही कांग्रेसी नेता अधीर रंजन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृह मंत्री अमित शाह को घुसपैठिया बता दिया था। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बोला कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री दोनों घुसपैठिए हैं। इन्होंने गुजरात से दिल्ली में घुसपैठ कर ली है। इस पर लोकसभा में हंगामा हुआ। उनसे माफी मांगने को बोला गया, परन्तु अधीर रंजन ने घुसपैठ वाले बयान पर अभी तक माफी नहीं मांगी है। ऐसा लगता है कि अधीर रंजन लोकसभा में जो भी विवादास्पद बयान दे रहे हैं वह एक सोची-समझी रणनीति के तहत ही दे रहे हैं। आगे आगे देखिए होता है क्या।