अनुच्छेद 370 की वापसी का प्रस्ताव अलगाववादियों को उकसाने के लिए पर्याप्त है
-राजकमल गोस्वामी की कलम से-
Positive India: Rajkamal Goswami:
अगर ब्रिटिश पार्लियामेंट आज इंडिपेंडेंस ऑफ़ इंडिया ऐक्ट १९४७ को रद्द कर दे तो न तो भारत फिर से ब्रिटिश नियंत्रण में आ जाएगा और न कश्मीर फिर से ब्रिटिश क्राउन के अधीन सन सैंतालीस वाला प्रिंसली स्टेट बन जाएगा ।
कश्मीर की विधानसभा ने अनुच्छेद ३७० की वापसी का प्रस्ताव पास कर दिया है । सरकार में कांग्रेस भी भागीदार है जिसने यह अस्थाई प्राविधान संविधान में जोड़ा था ।
होना हवाना तो कुछ नहीं है पर यह प्रस्ताव अलगाववादियों को उकसाने के लिए पर्याप्त है । नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण में अवश्य सफल रहेंगी बदले में हिंदू वोटबैंक खिसकेगा भी ।
२०१९ से झेलम में बहुत पानी बह चुका है । अब वह दुख भरे दिन कभी लौट के आने वाले नहीं हैं ।
छाया मत छूना मन
होगा दुख दूना मन
साभार:राजकमल गोस्वामी-(ये लेखक के अपने विचार हैं)