राष्ट्रपति ने वरिष्ठ अभिनेता परेश रावल को राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया
केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने परेश रावल को बधाई दी
Positive India: Delhi;Sep 14, 2020.
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने वरिष्ठ अभिनेता परेश रावल को राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया है। केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने परेश रावल को बधाई देते हुए कहा कि उनके अनुभव से देश के विद्यार्थियों और कलाकारों को लाभ मिलेगा।
परेश रावल को चार वर्षों के लिए एनएसडी सोसाइटी के अध्यक्ष पद के लिए नियुक्त किया गया है। श्री रावल थिएटर और फिल्म दोनों क्षेत्रों में एक श्रेष्ठ अभिनेता हैं। वे लगभग चार दशकों से फिल्म और थिएटर उद्योग में सेवारत हैं। श्री परेश रावल को 1994 में सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के लिए प्रतिष्ठित राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अलावा कई पुरस्कारों से नवाज़ा गया हैं। 2014 में, भारत में मनोरंजन उद्योग में उनके योगदान के लिए उन्हें भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। उन्होंने पूर्व संसद सदस्य के रूप में भी कार्य किया है।
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के प्रभारी निर्देशक प्रो.सुरेश शर्मा ने कहा, “श्री परेश रावल का राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के नए अध्यक्ष के रूप में स्वागत करना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। एक अनुभवी रंगमंच कलाकार होने के नाते परेश जी को एक शानदार अनुभव है, जिससे हमारे छात्रों, संकाय और विद्यालय को लाभ मिलेगा और हमें उनके अनुभवों से एक नई दिशा मिलेगी। उनके समर्थन और मार्गदर्शन से राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के विकास को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया जा सकेगा।”
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के कर्मचारी सदस्य भी अध्यक्ष के रूप में श्री रावल जैसे एक उत्कृष्ठ अभिनेता और शानदार व्यक्तित्व की नियुक्ति से प्रसन्नता का अनुभव कर रहे हैं। संपूर्ण राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय परिवार परिसर में उनका स्वागत करने के लिए उत्सुकतापूर्वक उनके आगमन की प्रतीक्षा कर रहा है ताकि भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए भारतीय संस्कृति को उन्नत रूप देने में एक अग्रणी भूमिका निभाने वाले संस्थान के विकास हेतु और दृढ़ संकल्प और समर्पण के साथ कार्य में उनके कार्य अनुभव को साझा किया जा सके।
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय का संक्षिप्त परिचय (एन एस डी): 1959 में स्थापित राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा वित्तपोषित एक पूरी तरह से स्वायत्त संगठन है। एनएसडी दुनिया में चार सबसे अग्रणी थिएटर प्रशिक्षण संस्थानों में से एक है, संगीत नाटक अकादमी के तत्वाधान में इसकी स्थापना हुई थी और यह 1975 में एक स्वतंत्र संस्था बनी। यह थिएटर के विभिन्न स्वरूपों में 3 वर्षीय पूर्णकालिक, आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की पेशकश करता है। संस्थान के पूर्व छात्रों और संकाय सदस्यों की उल्लेखनीय सूची यह सुनिश्चित करती है कि संस्था प्रदर्शन कला के क्षेत्र में शीर्ष पर बनी हुई है। इस प्रतिष्ठित संस्थान से उत्तीर्ण अनेक थियेटर कार्मिकों जैसे नाटककार, अभिनेता, निर्देशक, मंच और लाईट डिजाइनर और संगीत निर्देशकों ने भारतीय थियेटर को समृद्ध किया है और यह कार्य अभी भी जारी है। रंगमंच के अलावा, एनएसडी के पूर्व छात्रों की कलात्मक अभिव्यक्तियों ने हमेशा अन्य मीडिया में भी अपनी एक अमिट छाप छोड़ी है। एनएसडी के दो परफॉर्मिग विभाग हैं- रेपर्टोरी कंपनी और थियेटर इन एजुकेशन कंपनी (टीआईई) जो क्रमशः 1964 और 1989 में प्रारंभ हुए थे। ऑउटरीच कार्यक्रम के तहत एनएसडी नई दिल्ली के साथ चार केंद्र वाराणसी, गंगटोक, अगरतला और बेंगलूरु में भी स्थापित किए गए हैं।