Positive India:Rajesh Jain Rahi:
कोरोना से बचकर, रहना है आपको भी,
राम-राम कहना है, हाथ न मिलाना है।
भीड़-भाड़ से भी जरा, अभी दूर रहना है,
परदेश जाना नहीं, शाकाहार खाना है।
मुख पे रखें रुमाल, जैनियों के जैसे आप,
ठीक से है धोना हाथ, ठीक से नहाना है।
कोई यदि शंका रहे, मन में जो आपके तो,
अस्पताल जाना और, खुद को दिखाना है।
लेखक:कवि राजेश जैन ‘राही’, रायपुर