www.positiveindia.net.in
Horizontal Banner 1

राही की फुलझड़ी-Rahul Vs Modi

Ad 1

Positive India: By Rajesh Jain Rahi:हिंदी की कक्षा में दो शब्द आपस में टकरा गए। एक शब्द था ‘पप्पू’, एक था ‘बहुरूपिया’।
दोनों ही मुखर थे,दोनों थे मनबसिया।
पहले ‘पप्पू’ ने कहा ‘बहुरूपिया’ से- तुम तो रूप बदलते रहते हो,
कभी ‘प्रधान सेवक’, कभी ‘चौकीदार’, कभी ‘गंगा पुत्र’, कभी खुद को ‘राम भक्त’ कहते हो। रातों-रात भेष बदलकर लोगों के पुराने नोट लपक लेते हो, सीमा पार जाकर फ़र्जिकल स्ट्राइक कर देते हो।

Gatiman Ad Inside News Ad

‘बहुरूपिया’बोला-‘पप्पू’ तुम बस परिवार तक सीमित रहते हो। कभी मम्मी,कभी दीदी, कभी जीजा-जीजा करते हो।
माया, ममता को छोड़ कभी तो निकलो अकेले,
तुम कितना डरते हो,
बस चोर-चोर रटते हो।
मैं तो खतरों का खिलाड़ी हूँ, बेशक तेरी नजरों में अनाड़ी हूँ। चलो कुछ हंगामा करते हैं, शब्दकोश से बाहर निकल,
आम चुनाव लड़ते हैं।

Naryana Health Ad

लेखक:राजेश जैन राही, रायपुर

Horizontal Banner 3
Leave A Reply

Your email address will not be published.