Positive India:Dayanand Pandey:
ब्रिटेन से भी राहुल गांधी का भारत तोड़ो अभियान निरंतर जारी है। स्क्रिप्ट वही पुरानी है। पर लगता है कि इस बार डायरेक्टर बदल गया है। राहुल गांधी पूरी गंभीरता से भाजपा और आर एस एस पर अपने पुराने संवाद से प्रहार करते जा रहे हैं। किसी हाथी की तरह झूम कर बोल रहे हैं राहुल गांधी , ब्रिटेन से। दिलचस्प यह कि भारत में बैठे भाजपाई राहुल की हर बात पर कुत्तों की तरह भौंक रहे हैं। भौंकते ही जा रहे हैं।
राहुल गांधी की यह बड़ी जीत है।
भाजपाइयों को राबड़ी और तेजस्वी से सही कुछ सीखना चाहिए। कल जब राबड़ी से सी बी आई ने पूछताछ की तो प्रतिक्रिया में राबड़ी ने बड़ी सहजता से कहा कि , ‘ कुछ नहीं हुआ ! हमारे यहां यह सब होते रहता है ! ‘ जब कि तेजस्वी यादव ने मजा लेते हुए कहा कि , ‘ यह सब बचपन से देखते आ रहा हूं। ‘
तो भाजपाई राहुल की बात को क्यों इतनी गंभीरता से ले रहे हैं ? राहुल कौन सी नई बात ब्रिटेन से बोल रहे हैं। लोकतंत्र और संविधान को राहुल 2014 से ही ख़त्म मान चुके हैं। चीन पर बोलना उन की पुरानी लत है। अडानी उन के हास्य का विस्तार है। झूठ बोलना , तथ्यहीन बोलना राहुल गांधी की आदत है और उन की बातों पर कुत्तों की तरह भौंकना भाजपाईयों की बीमारी है।
राहुल की एक बात पर दस भाजपाई भौंकते हैं। जिस राहुल गांधी के पास कोई जनाधार नहीं है , भाजपाइयों का बौखलाना और भौंकना ही राहुल का अब आधार है। क़ायदे से भाजपाइयों को राहुल की बातों की नोटिस ही नहीं लेनी चाहिए पर भौंकने की आदत , आसानी से कहां जाती है भला !
साभार:दयानंद पांडेय-(ये लेखक के अपने विचार है)