राही की फुलझड़ी -फेल होने में साम्प्रदायिक ताकतों की साजिश!
आत्मावलोकन करना चाहिए। दोष किसी दूजे पर नहीं मढ़ना चाहिए।
Positive India:Rajesh Jain Rahi:
परीक्षा परिणाम आते ही,
बेटे ने अपने फेल होने का कारण कुछ इस तरह बताया-
हे पिताजी, वैसे तो मैं काफी होशियार हूँ।
पढ़ने में भी होनहार हूँ। फिर भी,
मेरा फेल होना साम्प्रदायिक ताकतों की साजिश का नतीजा है,
मेरे फेल होने का कारण स्कूली तंत्र का दुरुपयोग लगता है।
प्रश्न पत्र का जानबूझकर कठिन दिया जाना,
उत्तर पुस्तिका में फेरबदल,
प्राप्त अंको के जोड़ घटाव में खराब मशीन का प्रयोग साफ झलकता है।
प्राचार्य की मिलीभगत का मामला है,
मेरा गोरा होना भी उसे अखरता है,
और तो और मैनेजमेंट का संबंध भी किसी बड़े उद्योगपति से लगता है।।
हे पिताजी नकल की मेरी पर्चियों का परीक्षक द्वारा ऐन वक्त पर पकड़ लेना,
आप ही बतलाइये क्या कहता है ?
यह सुन पिता ने कहा- क्या तुम्हें नहीं लगता कि तुम्हें आत्मावलोकन करना चाहिए। दोष किसी दूजे पर नहीं मढ़ना चाहिए।
पुत्र ने कहा- हो सकता है बुआ के घर मेरा अधिक छुट्टी बिताना,
बुरे दोस्तों की संगति करना मेरी हार की वजह बनी हो।
हे पिताजी शायद कृपा कहीं अटकी हो।
सुरा समोसा की कमी फटकी हो।
शायद कुछ बात बन जाए, हमें बिना वक्त गवाएं,
ठोस कदम उठाने चाहिए,
अविलम्ब निर्मल बाबा के पास चलना चाहिए।।
लेखक:राजेश जैन राही