मातृभूमि के खिलाफ, कोई बोलता दिखे तो, हल्दीघाटी जैसा प्रति रोध होना चाहिए
राही के तीर (घनाक्षरी छंद)
Positive India:Rajesh Jain Rahi:
राही के तीर
कौन था महान और, कहा किसको महान,
इतिहास पे दोबारा, शोध होना चाहिए।
शौर्य की मिसाल राणा, जैसी नहीं दिखती है,
वीरता का दुनिया को, बोध होना चाहिए।
दिखलाये आँख कोई, सीमाओं को पार करे,
खून में उबाल और, क्रोध होना चाहिए।
मातृभूमि के खिलाफ, कोई बोलता दिखे तो,
हल्दीघाटी जैसा प्रति रोध होना चाहिए।।
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(मैं कश्मीर के संदर्भ में पी चिदंबरम, दिग्विजय सिंह, गुलाम नबी आजाद के बयानों की घोर निंदा करता हूँ)
लेखक: कवि राजेश जैन राही, रायपुर