Positive India:Rajesh Jain Rahi:
वोट के पुजारी सब, गली-गली फिरते हैं,
मतदाता किसी के भी, हाथ नहीं आता है।
कोई कहे रोजगार, कोई कहे जै जवान,
कोई घर घर जाके, दारू बँटवाता है।
कोई हाथ कोई हाथी, कोई साथ कोई साथी,
कोई कोई ऐसा भी जो, बस धमकाता है।
हाय रे चुनाव तेरी, महिमा निराली लगे।
कोई नेता तो बेचारा, चाँटा भी खा जाता है।
कृपया इस छंद को हार्दिक पटेल, बहन मायावती, अरविंद केजरीवाल, दिग्विजय सिंह,कलेक्टर पद छोड़ राजनीत में आये ओपी चौधरी (खरसिया विधानसभा सीट से पराजित) से जोड़कर न पढ़ें।
लेखक:राजेश जैन राही, रायपुर