प्रधानमंत्री मोदी ने पेड आंदोलनजीवी परजीवियों की पोल खोल कर रख दिया
पीएम मोदी ने २६ जनवरी को किये गये उत्पात के मुख्य साजिश कर्ताओं की पोल खोल कर रख दिया
Positive India:Ajit Singh;10 Feb:
कल जहां मोदीजी ने अभी तक गुलाम रहे नबी के पुत्र को फिरंगन की कुटिल कैद से आजाद करा कर डरने वाला नैरेटिव गढ़ने वाले हरे टिड्डों और उनके संरक्षकों के कपड़ों को उतारा था…..वही आज संसद मे मोदी जी ने फुलफार्म मे बैटिंग करते हुये….न केवल दिल्ली मे हुये २६ जनवरी को किये गये उत्पात के मुख्य साजिश कर्ताओं की पोल खोल कर रख दिया…..बल्कि किसान आंदोलन के नाम पर अफवाह फैला कर अराजकता फैलाने वाले राजनीति मे फुस्स हो चुके कुंठित,उन सभी गिद्धों की कुटिलता की व्याख्या करके उनके चेहरों को अप्रत्यक्ष रूप से नंगा कर दिया……….जो मोदी के बहाने सनातन राष्ट्रवाद की जागृत हो रही ज्वाला को बुझाने के लिये बेसिरपैर का आंदोलन रच रहे थे……उन सभी पेड आंदोलनजीवी परजीवियों की पोल खोल कर रख दिया…..!!!
बाकी किसान आंदोलन के पीछे रची गई जिस साजिश को देश की जनता समझ चुकी है…उस पर अगर जरा सा संदेह भी बचा हो तो उसे पकड़े जाने के बाद दीप सिद्धू ने साफ कर दिया कि किसानो के पूरे आंदोलन को वामपंथियों ने हाईजैक कर लिया है और विदेशी फंडिंग के बल पर आंदोलन चल रहा है……………..वहीं कांग्रेस सांसद रनदीप सिंह बिट्टू ने योगेंद्र यादव को मुख्य साजिश कर्ता बताया…..ताजा खबर है कि इकबाल सिंह भी गिरफ्तार हो गया है……बस धैर्य धारण करके देखते जाइये कि कैसे देश की सम्प्रभुता से खेलने वालों की पोल एक एक करके खुलेगी ही नही वरन् इसका हरे टिड्डों के साथ खालिस्तानी खटमलों की भूमिका के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय षडयंत्र के गुब्बारे फूटने वाले हैं….मोदी ने आंदोलनजीवी और परजीवी शब्दों का प्रयोग यूं ही नही किया था….अब समझने और पहचाने की बारी देश के सनातन राष्ट्रवादी जनमानस की है….बाकी मोदी तो इन गिद्धों,टिड्डों और खटमलों पर सजग निगाह रखते हुये एकला चलो की राह पर चलते हुये देश को सक्षम,समर्थ और समृद्धशाली बनाते हुये भारतवर्ष के पुरातन वैभव और गौरव को पुनर्स्थापित करने के साथ साथ………देश को खोखला करने वाली विषैली और परजीवी प्रजातियों का विनाश करने वाले मार्ग पर बेहिचक बढते जा ही रहे हैं….!!
फिलहाल..यूपी के मित्रों…जरा सा टोंटी के चेहरे के पीछे छिपे,हरे टिड्डों की हगीज उठाने को ही राजनीति मानने वाले इस फ्रस्टेटेड जीव को पहचानिये,जिसने हिंदुओं से नफरत के मामले मे मवेशी बंधुओं को भी पीछे छोड़ दिया है…कितना अभागा है ये बजाय रामजी की कृपा पाने की जगह…उसने आज प्रभू रामजी के मंदिर निर्माण के लिये हर सनातनी का सहयोग पाने और सनातन समाज मे समरसता का भाव पैदा करने के लिये गांव से शहर तक को जोडने निकले रामभक्तों को चंदाजीवी कह कर इस संकर नस्ल ने साबित कर दिया कि उसकी नसो मे किसी संस्कारी हिंदू का नही…बल्कि कारसेवकों पर गोली चलवाने वाले तूतुर चिंग जादौ और जोगी बाबा द्वारा कायदे से कुचले जा चुके,भारत मां को डायन कहने वाले का हरे टिड्डे खाजम खां का मिला जुला खून दौड़ रहा है…जरा याद करिये यह वही टोंटीचोट्टा है,जिसने अपनी मुगलिया सल्तनत मे तुष्टीकरण करते हुये कब्रिस्तान की दीवालों,हज हाउस बनवाने के साथ हरे टिड्डों को संरक्षण देने के अलावा और कुछ नही किया…….इसके साथ ही आज जाटों को फुसलाने के लिये शाकम्भरी देवी के मंदिर जाने का नाटक करने वाली मियां खलीफा की खालाजात बहन यानी वाड्राइन नन को भी न भूलियेगा……………क्योंकि यह देश मे अराजकता फैलाने वाले विषैले परिवार की अंतिम आशा है जो न केवल ड्रामेबाजी करने मे अपनी माहिर दादी को भी मात देती है……..वरन् आज भी टुन्न होने के बाद बिना किसी रि टेक के मस्त ऐक्टिंग करके बालीवुडिया नचनियो को भी पीछे छोड़ देती है…..!!
मेरे सनातन रक्तवंशियों…अपनी विस्मृत होने की आदत त्याग कर याद रखियेगा इन प्रभू श्रीराम विरोधियों को…….क्योंकि ये सभी जल्दी ही मिलेंगे विशुद्ध हिंदू वेशभूषा धारण करके एक बार फिर आपको बहका कर,फुसला कर और बरगला कर अपने कुर्सी झटकने वाले एजेंडा को पाने लिये…..!!
खैर..मैत्रीय अधिकार से कह सकता हूं कि आपको महादेव की शपथ है….कि फिर उसी तरह दुत्कार कर इन सब देश और धर्म द्रोहिंयों की वही दुर्गति करनी है….जैसे चार साल पहले हम सबने किया था……!!!
#वंदेमातरम्
#Ajit_Singh
साभार:अजीत सिंह-एफबी(ये लेखक के अपने विचार हैं)