रायपुर के तालाब और गार्डन हुए गंजेंड़ियों से गुलजार
नशे के कारोबार में पुलिस बनी मूक दर्शक
Positive India:Raipur: राजधानी मे पुलिस हेलमेट न पहनने वालों पर जितनी सख्ती बरत रही है उतनी भी अगर यहां के नशेड़ियों और नशे के कारोबारियों पर करे तो राजधानी मे अपराध मे पचास प्रतिशत तक कमी आ जाए । पर ऐसा इसलिए संभव नही, क्योंकि पुलिस की कमाई बंद हो जाएगी।
सूत्र बताते हैं कि यहां रक्षक ही भक्षकों की पालनहार है। राजधानी के बूढ़ातालब, दानी स्कूल, सप्रे शाला मैदान,करबला, रामकुंड तालाब,महाराज बंध तालाब व खोखो तालाब जैसे इलाकों मे स्थित शिव मंदिरों की आड़ मे गांजा व अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री व सेवन धड़ल्ले से जारी है। इनके आसपास के चाय ठेलों से बाकायदा नशेड़ियों को चाय व गांजे की पुड़िया उपलब्ध कराई जा रही है। दानी स्कूल के आस पास अपराधिक तत्वों की जमघट भविष्य मे बड़े अपराध की ओर संकेत है।
नागरिकों की मानें तो संबधित थानों के पुलिस कर्मी यह सब जानते हैं लैकिन उन्हे अपराधियों से हफ्ता मिलता है और कई बार वो खुद गांजे का कश लगाने उनकी गैंग मे शामिल हो जाते हैं, इसलिए यह क्रम जारी है। आस पास के लोगों की शिकायत है कि
गंजेड़ियों की गालीगलौज व अवैध वसूली से छोटे मोटे दुकानदार भी त्रस्त हैं पर मजाल है वर्दी वाले कोई कार्यवाही कर दें।
वर्दी सिर्फ शरीफों को दबोचती है। अपराधियों को तो राजधानी मे अभयदान मिला हुआ है। बूढ़ा तालाब के आसपास आए दिन छेड़छाड़ व लूट की घटनाऐं हो रहीं हैं, पर पुलिस की कान मे जूं तक नही रेंगती। प्रदेश के जिम्मेदार भी राजनीति मे व्यस्त हैं। उन्हे लोकल ला एंड आर्डर से कोई सरोकार नही। एक तरह से राजधानी नशे के कारोबार मे आज प्रदेश मे अव्वल नं.पर है।