समीर वानखेड़े के लिए कृपया बोलिए नहीं, चीखिए, पूरी ताक़त से चीखिए
-सतीश चन्द्र मिश्रा की कलम से-
Positive India:Satish Chandra Mishra:
समीर वानखेड़े की कार्रवाई के शिकंजे से नशेड़ी बॉलीवुड को बचाने के लिए NCP का नवाब मलिक नीचता और नंगई की सारी हदें पार कर रहा है।
लेकिन देवेन्द्र फडणवीस, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत दादा पाटिल और 107 भाजपा विधायकों समेत महाराष्ट्र भाजपा के नेता शातिर चुप्पी साधे हैं। मानो मुंबई में कहीं कुछ हो ही नहीं रहा। उनकी शर्मनाक शातिर चुप्पी यह बेशर्म संदेश दे रही है कि समीर वानखेड़े की कार्रवाई और नवाव मलिक की नंगई मुंबई नहीं बल्कि मैक्सिको में हो रही है।
NCB का मुख्य गवाह अपनी जान बचाने के लिए मुंबई से भागकर यूपी आया है। स्पष्ट है कि उसे महाराष्ट्र भाजपा के सफेद हाथियों पर नहीं बल्कि यूपी के योद्धा योगी आदित्यनाथ पर विश्वास है। वह बेचारा गवाह क्या जाने कि महाराष्ट्र के भाजपाईयों को भी तो बॉलीवुड से भाईचारा निभाना है।
समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर चीख रही है कि हम यह कीमत देश के लिए चुका रहे हैं। आगे भी चुकाएंगे लेकिन चुप नहीं रहेंगे। उनकी चीख महाराष्ट्र भाजपा के सफेद हाथियों के कानों तक नहीं पहुंच रही है।
लेकिन उस बहादुर किंतु बेबस महिला की चीख के साथ हम आप अपनी चीख तो शामिल कर ही सकते हैं। अतः समीर वानखेड़े के पक्ष और समर्थन में बोलिए नहीं, चीखिए, पूरी ताक़त से चीखिए, सोशलमीडिया के हर मंच पर चीखिए। नशेड़ी बॉलीवुड के समर्थन में नवाब मलिक की नंगई के खिलाफ मुर्दों की तरह चुप्पी साधे महाराष्ट्र भाजपा के सफेद हाथियों के खिलाफ चीखिए।
साभार:सतीश चंद्र मिश्रा-(ये लेखक के अपने विचार है)