Positive India:सुजीत तिवारी:
पड़ोसी देश भारत से कोरोना की दवा(वैक्सीन) मांग रहे हैं। यानी वे जानते हैं कि भारत का विपक्ष सरकार को बदनाम करने के लिए झूठ बोल रहा है।
यह विश्व के इतिहास में शायद पहला विपक्ष होगा जो जीवन-मरण तक के प्रश्न पर भी राजनीति करता है। जब भाजपा पर विपक्ष का कोई ज़ोर नहीं चल रहा तब वह कंसिस्टेंटली झूठ के सहारे आगे बढ़ रहा है।
सरकार की हर उपलब्धि, हर गतिविधि पर झूठ और संशय को टूल की तरह उछालकर सरकार के सामने दिक्क़तें पैदा करना ही इसका मुख्य उद्देश्य है।
मैं मोदी सरकार को अबतक की सबसे कठिन सरकार मानता हूँ क्योंकि इसके पहले आजतक किसी सरकार को ऐसा विपक्ष नहीं मिला था। सरकार विकास के मोर्चे पर बाद में लड़ रही है और मानसिक तौर पर उससे लड़ने की तैयारी पहले करनी पड़ रही है
मतलब उदाहरणस्वरूप देखें तो पाकिस्तान को काउंटर करने के लिए एक मोर्चे पर सेना की तैयारी करानी है तो दूसरी तरफ़ इस काउंटर पर विपक्ष लाज़मी झूठ बोलेगा तो उससे भी कैसे लड़ना है-की तैयारी करनी पड़ रही है।
किसी सरकार के लिए अराजकता से, झूठ से लड़ना सबसे बड़ी चुनौती होती है, मोदी के खिलाफ़ विपक्ष ने झूठ को ही शस्त्र बना लिया है। इस झूठ से उपजे अराजक मनःस्थिति से लड़ना मोदी सरकार के लिए एक नया काम हो गया है जो इसके पहले किसी सरकार के पास नहीं था।
आज का भारत कोरोना की दवा निर्यात करने की स्थिति में है, पुरानी स्थिति (काँग्रेड के दौर) होती तो आज हम भेक्सिन आयात कर रहे होते। भारत आत्मनिर्भर बन रहा है, विपक्ष को पता है कि इन्हीं चीज़ों ने इस सरकार को अजेय बना दिया है। जनता में झूठ की प्रोजेक्शन की असल वज़ह यही है- यह एक कमज़ोर पक्ष की अंतिम कोशिश है।
साभार:सुजीत तिवारी-एफबी(ये लेखक के अपने विचार हैं)