पहली बार TEVAR प्रक्रिया से एनएचएमएमआई के डॉक्टरों ने महाधमनी का किया सफल इलाज
Positive India:Raipur: एनएचएमएमआई सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के कार्डियोलॉजिस्ट ने TEVAR प्रक्रिया से महाधमनी का सफलतापूर्वक किया इलाज। संभवत: यह छत्तीसगढ़ राज्य का प्रथम टीवार है। कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर सुनील गौनियाल ने बताया कि TEVAR मतलब थोरेसिक एंडोवस्कुलर एओरटिक रिपेयर है। यह एक असामान्य, लेकिन बेहद खतरनाक चिकित्सीय आपातकाल है, यदि इसका तुरंत पता लगाकर इलाज नहीं किया जाता है तो महाधमनी विच्छेदन भी हो सकता है। महाधमनी विच्छेदन सबसे चुनौतीपूर्ण वैस्कुलर रोगों में से एक है, जिसमें रोगी की मृत्यु दर 30% से 50% से अधिक होती है।
डॉक्टर सुनील गौनियाल ने बताया कि एक 60 वर्षीय मरीज, जिन्हें काफी दिनों से उच्च रक्तचाप की बीमारी थी, एक दिन अचानक सीने में दर्द शिकायत के साथ आसपास के किसी अस्पताल में पहुंचे। जहां प्रथम दृष्टया हार्टअटैक बताया गया एवं मरीज को उच्च स्तरीय इलाज हेतु एनएचएमएमआई नारायण सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में भेजा गया। यहां मरीज के पूर्व की बीमारियों के कागजात एवं क्लीनिकल परीक्षण के बाद ऐसा पाया गया कि यह मरीज एक असामान्य स्थिति एओरटा डायसेक्शन से ग्रसित है। स्थिति की गंभीरता एवं असामान्य स्थिति को देखते हुए एवं इसे पुख्ता करने के लिए सिटी स्कैन किया गया जिसके उपरांत पाया गया कि मरीज एओरटिक डिसेक्शन से ग्रसित है जिसमें महाधमनी का बड़ा हिस्सा भी प्रभावित है। मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए एंडोवस्कुलर प्रक्रिया द्वारा इलाज करना तय किया गया।
TEVAR प्रक्रिया के दौरान पैर की धमनी से प्रवेश कर ट्यूब के माध्यम से एक पूर्व निर्धारित आकार के स्टैंट ग्राफ को उसके समीपवर्ती टूटे हुए भाग में महाधमनी के अंदर लाया गया। बहुत कम समय में इस प्रक्रिया को बिना किसी जटिलता के सफलतापूर्वक किया गया तथा रोगी को 3 दिनों के बाद बिना किसी दर्द और अच्छी तरह से नियंत्रित रक्तचाप के साथ छुट्टी दे दी गई। अब मरीज की हालत एकदम स्थिर है और पहले की तरह ही अपने नियमित काम पर मरीज फिर से जाने लगा है।
एनएचएमएमआई के फैसिलिटी डायरेक्टर विनीत सैनी ने बताया कि टीवार पद्धति से किया गया एओरटिक डायसेक्शन मध्य भारत में पहली बार किया गया है। इस जटिलतम प्रक्रिया को सफलतापूर्वक करने में एनएचएमएमआई के चिकित्सकों का अहम योगदान है। संस्था के चेयरमैन डाक्टर देवी प्रसाद शेट्टी के विजन के मुताबिक एनएचएमएमआई मरीजों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवा रहा है। विगत 8 वर्षों में ना सिर्फ छत्तीसगढ़ अपितु राज्य के सुदूर इलाकों तथा उड़ीसा, मध्य प्रदेश से भी मरीज आकर अपना इलाज यहां पर करवा रहे हैं । समय-समय पर मरीजों को जागरूक करने के लिए एनएचएमएमआई विभिन्न प्रोग्राम को आयोजित करता आ रहा है तथा इसे आगे भी जारी रखा जाएगा।
विनीत सैनी ने आगे बताया कि अभी हाल ही में एनएचएमएमआई हॉस्पिटल में कैंसर इंस्टिट्यूट शुरू किया गया है, जिसमें कैंसर के मरीजों के इलाज हेतु विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है।