Positive India:Chhattisgarh;5 April2021
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले का उपयुक्त समय पर यथोचित जवाब दिया जाएगा।
शाह ने यह भी कहा कि मुठभेड़ के बाद छत्तीसगढ़ में तलाशी अभियान जारी है।
शाह ने कहा,जहां तक संख्या का सवाल है, तो दोनों ओर नुकसान हुआ है और हताहत होने वालों की सटीक संख्या तुरंत पता नहीं लग सकती है।
गृह मंत्री स्थिति का जायजा लेने के लिए असम में चुनाव प्रचार के लिए अपना दौरा बीच में रोककर हवाई मार्ग से वापस दिल्ली लौट रहे हैं।
उन्होंने कहा,हमारे सुरक्षाकर्मियों ने अपनी जान गंवायी है, हम इस रक्तपात को बर्दाश्त नहीं करेंगे और उचित समय पर यथोचित जवाब दिया जाएगा।
पुलिस ने कहा है कि मुठभेड़ के बाद लापता हुए 18 जवानों में से 17 के पार्थिव शरीर रविवार को मिले, जिससे नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों की संख्या बढ़कर 22 हो गई।
हालांकि, शाह दिन की अपनी पहली रैली को संबोधित करने के बाद एनईडीए के संयोजक हिमंत बिस्व सरमा के लिए प्रचार करने के वास्ते जलकुबरी निर्वाचन क्षेत्र के सुआलकुची पहुंचे, लेकिन नक्सली हमले के बारे में जानकारी होने पर वह भाषण दिये बिना ही गुवाहाटी जाने के लिए एक हेलिकॉप्टर में सवार हो गए ताकि वह वहां से वापस दिल्ली लौट सकें।रवाना होने से पहले शाह ने संवाददाताओं से कहा कि वह लोगों से मंत्री हिमंत बिस्व सरमा को वोट देने की अपील कर रहे हैं ताकि उनकी जीत बड़े अंतर से सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि यह वोट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ को असम और पूर्वोत्तर के लिए विकास का काम करने में मजबूत करेगा।शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और सरमा दोनों राज्य को विकसित करने के लिए काम कर रहे हैं और हम चाहते हैं कि यह जारी रहे।
कांग्रेस ने इससे पहले इन दोनों का नाम लिये बिना आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री और एक प्रमुख मंत्री के बीच अनबन है।उन्होंने कहा,लोगों के लिए यह सुनहरा अवसर है कि वे भाजपा और हमारी टीम को और पांच साल दें ताकि हम बाढ़ मुक्त, विकसित असम सुनिश्चित कर सकें।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस विकास प्रक्रिया में सरमा का योगदान बहुत बड़ा है और नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (एनईडीए) के संयोजक के रूप में, उनकी पूरे पूर्वोत्तर के विकास के लिए भी जरूरत है।
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने राज्य में अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत राज्य की पहचान और गौरव की रक्षा करने के वादे के साथ की थी और अंत में इस बात पर आ गई कि‘एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल असम की पहचान हैं।
उन्होंने कहा, ‘मैं बस यह पूछना चाहता हूं कि जब वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव, माधवदेव, बहादुर अहोम जनरल लछित बरफुकन और भारत रत्न गोपीनाथ बारदोलोई और भूपति हजारिका असम के गौरव और पहचान से जुड़े हैं, तो क्या अजमल उसी स्थान का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं या उस पर काबिज हो सकते हैं।’’
गृह मंत्री ने दावा किया, ‘‘कांग्रेस अपनी राह खो चुकी है और लोगों के बीच अपनी अपील भी। वे राज्य को विकास के रास्ते पर आगे नहीं ले जा सकते। यह भाजपा है जिसने असम को हिंसा से बाहर निकाला और प्रगति और विकास के मार्ग पर ले गई।
इससे पहले शाह ने बारपेटा जिले के सोरभोग में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस के पास असम के विकास के लिए कोई स्पष्ट एजेंडा नहीं है और कहा कि राजग की ‘डबल इंजन की सरकार’ राज्य का विकास सुनिश्चित करेगी।
शाह ने कांग्रेस पर लोगों पर शासन करने के लिए उन्हें बांटने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा तो ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ के मंत्र का पालन करती है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा,‘कांग्रेस किसी भी समस्या का हल नहीं कर सकती है और उसके नेता राहुल गांधी राज्य में पर्यटक की तरह आते हैं। कांग्रेस के पास विकास के लिये कोई दृष्टि नहीं है।’
उन्होंने कहा,‘मैं पांच साल पहले आपके पास आया था और आपसे प्रधानमंत्री के प्रति विश्वास जताने की अपील की थी एवं वादा किया था कि हम हिंसा एवं प्रदर्शन पर पूर्ण विराम लगा देंगे। राज्य में भाजपा की सरकार और मोदी जी ने पिछले पांच सालों में यह सुनिश्चित किया और अब राज्य प्रगति एवं विकास के पथ पर चल रहा है।’’
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि अगले कार्यकाल में राजग राज्य को बाढ़मुक्त बनाने के लिए कटिबद्ध है और प्रधानमंत्री ने प्रक्रिया शुरू भी कर दी है।
शाह ने कहा कि राज्य में चुनाव के दो चरण संपन्न हो चुके हैं और दावा किया, ‘‘हमें विश्वास है कि इन दो चरणों में ही भाजपा ने अगली सरकार बनाने के लिए बहुमत हासिल कर लिया है।’’
उन्होंने यह भी दावा किया, ‘‘मैं आपसे एक और अच्छी खबर साझा करूं। चुनाव पश्चिम बंगाल में भी हो रहे हैं और ‘दीदी जा रही हैं एवं भाजपा आ रही है।’ भाजपा पड़ोसी राज्य में 200 से अधिक सीटें जीतेगी।’’
भाजपा सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए शाह ने कहा कि पिछले पांच वर्षों के दौरान, ऐतिहासिक बोडो समझौते पर हस्ताक्षर किए गए और 2000 से अधिक युवाओं ने आत्मसमर्पण किया और मुख्यधारा में लौटे हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कांग्रेस पर काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में शिकारियों को पूरी छूट देने का भी आरोप लगाया और कहा, ‘‘यदि उसकी सरकार बनी रहती तो असम का गौरव गैंडा अतीत की चीज बन चुका होता। यह सर्बानंद सोनोवाल के नेतृत्व वाली भाजपा की ही सरकार है जिसने सुनिश्चित किया कि शिकारियों को खदेड़ा जाए एवं जानवर को विलुप्त होने से बचाया जाए।’’
उन्होंने कहा कि वैष्णव मठों की सभी जमीनों को अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराने के लिए सत्र जमीन रक्षा कार्यबल बनाया जाएगा और ‘‘हम वैष्णव संतों श्रीमंत शंकरदेव और माधवदेव के संदेशों को न केवल देश के अन्य हिस्सा में बल्कि दुनियाभर में ले जायेंगे।’’
उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि गुवाहाटी को दक्षिण-पूर्व एशिया की ‘स्टार्ट-अप राजधानी’ के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे युवाओं के आत्मनिर्भर बनने का मार्ग प्रशस्त होगा।
साभार पीटीआई