सुकमा नक्सली हमले में 17 जवान शहीद
Naxalite kills 17 DRG and STF personnel in Sukma-Chhattisgarh
Positive India:Sukma:23 March 2020:
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के चिंतागुफा में नक्सलियों ने एक बार फिर मौत का तांडव खेला। इस बार नक्सलियों ने एंबुश लगाया तथा सुरक्षा बलों के 17 जवानों को शहीद कर दिया। कायर नक्सलियों के हमले में डीआरजी के 12 जवान और एसटीएफ के 5 जवान मौका ए वारदात पर ही शहीद हो गए।
नक्सलियों के बड़े जमावड़े की सूचना के बाद सुरक्षा बलों के 550 जवान अलग-अलग कैंपों से चिंतागुफा की तरफ रवाना हुए। जाते वक्त वक़्त तो सब ठीक था, छुटपुट फायरिंग के सिवाय परंतु वापसी में नक्सलियों ने कसालपाड़ व मिनपा के बीच कोटपाड राज रेगापारा के पास एंबुश लगाया हुआ था। इसी एंबुश में डीआरजी तथा एसटीएफ के जवान फंस गए। 4 घंटे की जबरदस्त फायरिंग के बाद 17 जवान शहीद हो गए और 15 जवान घायल हो गए।
लगभग 300 नक्सलियों ने एंबुश लगाया हुआ था। सूत्रों के मुताबिक नक्सलियों ने 10 मिनट के अंतराल में कई बड़े विस्फोट किए जिसमें देसी बमों का खुलकर प्रयोग किया गया।
नक्सली एंबुश में शहीद हुए जवानों के शवों को ढूंढने के लिए 500 जवानों की टीम रवाना की गई। एंबुश की जगह नक्सलियों की बर्बरता व कायरता बयान कर रही थी। जवानों के शव जगह-जगह पड़े हुए थे। इतना ही नहीं कहीं जवानों के जूते पड़े हुए थे, कहीं किसी जवान की टोपी, कहीं पानी पीने का सामान बिखरा पड़ा था। चारों तरफ खून बिखरा पड़ा था।
स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक 300 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को चारों तरफ से घेर लिया था। 4 घंटे की फायरिंग के बीच सुरक्षा बल के जवान बिखर गए। उसके बावजूद सुरक्षा बलों ने जमकर मुकाबला किया; अन्यथा 17 जवानों के बजाय शहादत कहीं ज्यादा होती। खुफिया सूत्रों के मुताबिक नक्सलियों की प्लानिंग ताडमेटला जैसी वारदात को अंजाम देने की थी, जिसमें सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हो गए थे; परंतु जवानों ने हौसला दिखाया और नक्सलियों का डटकर मुकाबला किया। इस वजह से सिर्फ 17 जवान शहीद हुए और 15 जवान घायल हुए; अंततः नक्सलियों को मैदान छोड़ना पड़ा।
यह मुठभेड़ चिंतागुफा कैंप से महज 7 किलोमीटर दूर हुई, जिसका अनुमान जवान नहीं लगा पाए। इसीलिए नक्सलियों ने जवानों को संभलने का भी मौका नहीं दिया और चारों तरफ से घेर कर जबरदस्त फायरिंग की। जवानों का हौसला देखिए कि अपने साथियों की लाशों को गिरता हुआ देखकर भी जवान अपनी पोजीशनो में बरकरार रहे और जमकर नक्सलियों का मुंह तोड़ जवाब दिया। जवानों के हौसले करारी जवाबी कार्रवाई की वजह से बहुत से सुरक्षा बलों के जवानों की जान बच गई और नक्सलियों को अंततः भागना पड़ा।
मुठभेड़ के बाद नक्सली जवानों के 15 हथियार लूटकर ले गए। इसमें एक अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर 12 एके-47 राइफल इत्यादि शामिल है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नक्सली हमले की कड़ी निंदा की है तथा शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहां है,
“यह वक्त बहुत ही नाजुक है। हम पर हमले दर हमले होते रहे हैं। दुश्मन का दर्द यही तो है। हम हर हमले पर संभालते हैं। वीर जवानों की शहादत को नमन।”
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस नक्सली हमले की कड़ी निंदा की है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा है,
“हमले में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को मेरी श्रद्धांजलि। उनकी वीरता को कभी भुलाया नहीं जा सकता। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं।”