Positive India:Rajesh Jain Rahi:
उलझन में है देश, उलझा पड़ा विदेश,
नव वर्ष इस बार, लगता उदास है।
जंग जीत लेंगे हम, मिलकर अबके भी,
राम जी का साथ और, हौसला भी पास है।
एक धुन एक राग, एक लक्ष्य दिल में है,
एकता के सुफल का, हमें एहसास है।
खास काम आपका है, खास हो हमारे आप,
एक एक नागरिक, भारती का खास है।
लेखक:कवि राजेश जैन राही, रायपुर।