नरवा विकास योजना
प्रदेश में कैम्पा मद के अंतर्गत 160.95 करोड़ रूपए की लागत से 10 लाख 77 हजार भू-संवर्धन संरचनाएं पूर्ण
पॉजिटिव इंडिया:रायपुर, 08 अक्टूबर 2020
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर वन क्षेत्रों में भू-जल संरक्षण और संवर्धन के लिए संचालित की जा रही नरवा विकास योजना के तहत वन क्षेत्रों में भू-जल संरक्षण तथा जल-स्त्रोतों, नदी-नालों और तालाबों को पुनर्जीवित करने का कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में कैम्पा मद के अंतर्गत वर्ष 2019-20 में 137 नरवा का चयन कर 160.95 करोड़ रूपए की लागत से 31 वन मण्डल, एक राष्ट्रीय उद्यान, दो टाइगर रिजर्व, एक एलीफेंट रिजर्व, एक सामाजिक वानिकी क्षेत्र में कुल 12 लाख 56 हजार भू-जल संरचनाओं में से 10 लाख 77 हजार संरचनाएं निर्मित की जा चुकी है। इस प्रकार 86 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं, इससे 3 लाख 12 हजार हेक्टेयर भूमि उपचारित हुई है।
प्रदेश में कैम्पा मद के अंतर्गत 160.95 करोड़ रूपए की लागत से 10 लाख 77 हजार भू-संवर्धन संरचनाएं पूर्ण
3 लाख 12 हजार हेक्टेयर भूमि उपचारित
मुख्यमंत्री ने वन क्षेत्रों में जारी वर्ष में 1089 नालों के उपचार के लिए 209 करोड़ रूपए
के नए भू-जल संवर्धन संरचना संबंधी कार्यों का किया शुभारंभ
12 लाख 64 हजार भू-जल संरचनाओं का होगा निर्माण: 4 लाख 28 हजार 827 हेक्टेयर भूमि होगी उपचारित
प्रदेश के 3 टाइगर रिजर्व, 2 नेशनल पार्क और 1 एलीफेंट रिजर्व के 151 नालों में होंगे नरवा विकास के कार्य
इंद्रावती टाइगर रिजर्व के 58, गुरू घासीदास नेशनल पार्क के 42, अचानकमार टाइगर रिजर्व के 28, कांगेर वेली नेशनल पार्क के 11, उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के 10 और तमोरपिंगला एलीफेंट रिजर्व के 2 नालों में बनाई जाएंगी जल संवर्धन संरचनाएं.