वो तस्वीर जिसे मैं हमेशा जिज्ञासा भरी नज़रों से अक्सर निहारता था
शिक्षक दिवस पर सभी शिक्षकों को हार्दिक शुभकामनाएं।
Positive India:Gajendra Sahu:
बचपन की शिक्षा एक छोटे से क़रीब ५ कमरों वाले स्कूल में प्राप्त हुई ! धुँधली यादों में आज भी स्कूल के दीवार पर टँगी २ तस्वीरें याद है । एक थी हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की और एक थी हमारे पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की । गांधी जी के बारे में तो पता था क्यूँकि वे हर रूप में साथ ही थे …चाहे रोड हो , नोट हो , चौक हो , चौराहा हो।
पर दूसरी तस्वीर, जिसे मैं हमेशा जिज्ञासा भरी नज़रों से अक्सर निहारता था, और उनकी तस्वीर की पूजा शिक्षक दिवस पर ही होती थी!
कुछ कक्षा पास करने के बाद ज्ञात हुआ कि दूसरी तस्वीर भारत के पूर्व राष्ट्रपति (द्वितीय) व उपराष्ट्रपति (प्रथम ) जी की है जो स्वयं एक अच्छे शिक्षाविद , दार्शनिक , राजनीतिज्ञ व अच्छे विचारक थे; और उन्ही के जन्मदिन पर हम सभी शिक्षक दिवस मनाते है ।
शिक्षक दिवस को बचपन से आज तक एक छात्र के रूप में या एक आम आदमी के रूप में मनाते आ रह हूँ । पर 2 साल पहले पहली बार एक शिक्षक के रूप में मनाने का अवसर प्राप्त हुआ । और ऐसा अनुभव जीवन के कुछ स्वर्णिम क्षणों में से एक है और बेहद खास अनुभवों में से एक । एक छात्र के रूप में यह दिन या तो छुट्टी के लिए या फिर कार्यक्रम की वजह से बहुत पसंद था । इस दिन पर शिक्षकों को उपहार देना व उनके लिए कुछ ऐसे शद्ब बोलकर उनका धन्यवाद करना जिससे जीवन में आगे बढ़ने की सीख मिली हो ।
पर उस दिन एक शिक्षक के रूप में इस दिन के महत्व को पहचानने व एक शिक्षक की लोगो के प्रति व समाज में उनकी भूमिका का एहसास हुआ । देश को आगे बढ़ाने में शिक्षा और शिक्षक के महत्व व इनकी कितनी आवश्यकता है इस विचार को समझने का अवसर मिला…।
बच्चो द्वारा मिले बधाई, उपहार व प्यार से प्रफुल्लित हुआ । उनका स्नेह और हमारे लिए कहे गए शब्द आज ऐसे थे जैसे आज उनके लिए हम ही सबकुछ हो और हमसे वो आशा भरी नज़रो से देख रहे हो कि सभी छात्रों के सुनहरे भविष्य के ताले कि चाबी हम सभी शिक्षकों के हाथो में सुरक्षित हो…।
शाम को सभी शिक्षकों का सम्मान पूरे आदरपूर्वक और सेवा सत्कार के साथ हुआ । सम्मान समारोह में एक ज़िम्मेदारी सौंपी गई | जिम्मेदारी .. बच्चो के अच्छे शिक्षा की , उज्जवल भविष्य की , अच्छे इंसान बनाने की…,।।पूरी निष्ठा से अपनी जिम्मेदारी को पूर्ण करने की कोशिश करूँगा…।।
मैं उन सभी महानुभावों का शुक्रिया अदा करता हूँ, जो शिक्षक को समाज वर्ग में सर्वोच्च स्थान देते है…।।
मैं उस कड़ी का भी धन्यवाद करता हूँ, जिन्होंने मुझे एक शिक्षक के रूप में समाज से जुड़ने का अवसर दिया । एक शिक्षक बनने का अवसर और अनुभव मुझे *मिशन शिखर* से जुड़ने से प्राप्त हुआ , जिसमें ग़रीब बच्चों को शिक्षित करने व उन्हें जीवन के कई क्रियाकलापों से अवगत कराया जाता था.,।।
आप सभी सम्मानित और आदरणीय लोगो का बहुत बहुत धन्यवाद जिन्होंने मुझे प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जीवन में कुछ न कुछ सीखने का सौभाग्य दिया|
आप सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाए…!!
#शिक्षक_दिवस_पर_विशेष
लेखक: गजेंद्र साहू उर्फ विक्की।