उत्तर प्रदेश में ठीक निकाय चुनाव के पहले अतीक़ अहमद की हत्या ने मुस्लिम समाज को एकजुट कर दिया है
-दयानंद पांडेय की कलम से-
उत्तर प्रदेश में ठीक निकाय चुनाव के पहले अतीक़ अहमद की हत्या ने मुस्लिम समाज को एकजुट कर दिया है। और यही फैक्टर भाजपा के पक्ष में चला गया है। सब जानते हैं कि मुस्लिम वोट का ध्रुवीकरण ही भाजपा की विजय का कारण बन जाता है। क्यों कि हिंदू वोट का भी ध्रुवीकरण अनायास हो जाता है। और जो तुलना करनी ही हो तो पुलवामा और अभिनंदन प्रसंग याद कर लीजिए। अतीक़ अहमद की हत्या का उत्तर प्रदेश में भाजपा को उसी तरह फ़ायदा मिलता दिख रहा है। इतना ही नहीं , भाजपा के पक्ष में यह बढ़त लोकसभा चुनाव तक बनी रहती दिख रही है। आप को मालूम ही होगा कि उत्तर प्रदेश की गाज़ीपुर पुलिस ने आज मुख़्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी पर भी पचास हज़ार के इनाम का खुलासा कर दिया है। अफशां अंसारी पर गाज़ीपुर कोतवाली थाना क्षेत्र में 406, 420, 386, 506 के तहत मामला दर्ज है। अतीक़ अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को पुलिस , कुत्ते और द्रोड़ सभी तलाश रहे हैं। सिलसिला मुसलसल जारी रहेगा। सपा सांसद शफीकुर्ररहमान की मानें तो मुसलमानों पर ज़ुल्म बढ़ता ही जा रहा है।