मुख्यमंत्री ने कायाकल्प-स्वच्छ अस्पताल योजना में चयनित अस्पतालों को किया पुरस्कृत
स्वस्थ रहने के लिए दिनचर्या में स्वच्छता को संस्कार बनाने की जरूरत: मुख्यमंत्री ने कायाकल्प-स्वच्छ अस्पताल योजना में चयनित अस्पतालों को किया पुरस्कृत स्वास्थ्य विभाग को पहली बार मिला स्वच्छता के लिए बजट जिला चिकित्सालय कोरबा को 50 लाख रूपए का प्रथम पुरस्कार एन.क्यू.ए.एस. प्रमाण-पत्र हासिल करने वाले देश के 50 अस्पतालों में छत्तीसगढ़ के 4 अस्पताल शामिल
Positive India :Raipur, 30 August 2019,
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि स्वस्थ रहने के लिए बीमारियों से बचाव के साथ स्वास्थ्य संबंधी जानकारी होना बहुत जरूरी है। स्वच्छता को संस्कार के रूप में हमें अपनी दिनचर्या में शामिल करना होगा। सुव्यवस्थित दिनचर्या, साफ-सुथरा वातावरण, संतुलित आहार स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक है। तन के स्वास्थ्य के साथ-साथ मन का स्वस्थ रहना भी जरूरी है। इसके लिए अपनी वाणी संयम पर भी ध्यान देना चाहिए। मुख्यमंत्री बघेल आज यहां रायपुर मेडिकल कॉलेज के सभागार में ’कायाकल्प: स्वच्छ अस्पताल योजना’ के तहत आयोजित राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होेंने कायाकल्प स्वच्छ अस्पताल योजना के तहत विभिन्न श्रेणियों में चयनित अस्पतालों को पुरस्कृत किया।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आयोजित इस समारोह में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, लोकसभा सांसद श्री सुनील सोनी, विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा, कुलदीप जुनेजा, विकास उपाध्याय, महापौरप्रमोद दुबे, स्वास्थ्य विभाग की सचिव निहारिका बारिक सिंह, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं नीरज बनसोड़, संचालक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉ. प्रियंका शुक्ला सहित स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक, अधिकारी-कर्मचारी भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर वर्ष 2023 तक टी.बी. मुक्त छत्तीसगढ़ संकल्प पुस्तिका का विमोचन किया। कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एन.क्यू.ए.एस. (राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक) प्रमाण-पत्र हासिल करने वाले देश के 50 जिला अस्पतालों में छत्तीसगढ़ के 4 अस्पताल जिला चिकित्सालय रायपुर, कोरबा, जशपुर और कांकेर शामिल हैं। एन.क्यू.ए.एस. के तहत कोरबा जिले के करतला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और कांकेर जिले के चारामा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को भी चयनित किया गया है। समारोह में मुख्यमंत्री ने इन्हें भी प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने समारोह में पुरस्कृत सभी चिकित्सालयों, डाक्टरों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, मितानिनों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि ईश्वर के बाद सबसे बड़ा स्थान माता-पिता और डाक्टरों का होता है। बीमार व्यक्ति को स्वस्थ करने में डाक्टरों, नर्सो और स्वास्थ्य विभाग के अमले का बड़ा योगदान रहता है। आज रहन-सहन, खान-पान, आरामदेह जीवन शैली और बढ़ते प्रदूषण के कारण नई-नई बीमारियां सामने आ रही हैं, मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और डाक्टरों संख्या काफी कम है। ऐसे में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में कार्यरत चिकित्सकों और अमले के लिए लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना काफी चुनौतीपूर्ण है। सेवा के क्षेत्र में कार्य कर रहे ये लोग वास्तव में सम्मान के अधिकारी हैं। यह हमारा सौभाग्य है कि आज हमें इन लोगों को सम्मानित करने का मौका मिला। श्री बघेल ने कहा कि हम क्या खा रहे हैं और क्या बोल रहे हैं इसका गहरा संबंध हमारे तन और मन के स्वास्थ्य से होता है। आज स्वस्थ रहने के लिए बीमारियों से बचाव की जानकारी होना काफी आवश्यक है। ।