राष्ट्रपति भवन का मुगल गार्डन अब अमृत उद्यान के नाम से जाना जाएगा
गुलामी की एक और निशानी को मोदी सरकार ने उखाड़ फेंका
Positive India:News Delhi:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने गुलामी की एक और निशानी को उखाड़ फेंका है राष्ट्रपति भवन का मुगल गार्डन अब अमृत उद्यान के रूप में जाना जाएगा। मोदी सरकार ने अमृत काल के दौरान ही मुगल गार्डन का नामकरण अमृत उद्यान के रूप में कर दिया है।
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु कल (29 जनवरी, 2023) राष्ट्रपति भवन – उद्यान उत्सव 2023 के उद्घाटन समारोह में भाग लेंगी।
इस बार अमृत उद्यान (हर्बल गार्डन, बोन्साई गार्डन, सेंट्रल लॉन, लॉन्ग गार्डन और सर्कुलर गार्डन) करीब दो महीने तक खुले रहेंगे। उद्यान 31 जनवरी, 2023 को आम जनता के लिए खुलेंगे और 26 मार्च, 2023 तक (सोमवार, जो रखरखाव का दिन है और होली के कारण 8 मार्च को छोड़कर) खुले रहेंगे। 28 मार्च से 31 मार्च तक उद्यान विशेष श्रेणियों के लिए निम्नलिखित दिनों में खुले रहेंगे:
किसानों के लिए, 28 मार्च को,
दिव्यांग व्यक्तियों के लिए, 29 मार्च को,
रक्षा बलों, अर्धसैनिक बलों और पुलिसकर्मियों के लिए, 30 मार्च को
और
– जनजातीय महिला एसएचजी समेत महिलाओं के लिए, 31 मार्च को।
राष्ट्रपति भवन को अधिक से अधिक लोगों के लिए सुलभ बनाने की दिशा में एक और कदम है, प्रत्येक घंटे के स्लॉट की क्षमता में वृद्धि। आगंतुकों को 10:00 बजे से 16:00 बजे के बीच एक घंटे के छह स्लॉट में जाने की अनुमति होगी। दो पूर्वाहन स्लॉट (10:00 से 12:00 बजे) की क्षमता सप्ताह के दिनों में 7,500 आगंतुकों और सप्ताहांत में प्रत्येक स्लॉट के लिए 10,000 आगंतुकों की होगी। दोपहर के चार स्लॉट (12:00 से 16:00 बजे) की क्षमता प्रत्येक स्लॉट में सप्ताह के दिनों में 5,000 आगंतुकों और सप्ताहांत पर 7,500 आगंतुकों की होगी।
आगंतुक ऑनलाइन बुकिंग के जरिए अपना स्लॉट काफी पहले बुक कर सकते हैं। बुकिंग https://rashtrapatisachivalaya.gov.in या https://rb.nic.in/rbvisit/visit_plan.aspx पर की जा सकती है। बिना आरक्षण कराये, सीधे आनेवाले को भी उद्यान में प्रवेश मिल सकता है। हालांकि, उन्हें सुविधा काउंटरों के साथ-साथ राष्ट्रपति भवन के गेट नंबर 12 के पास स्वयं सेवा कियोस्क पर अपना पंजीकरण कराना होगा। भीड़ से बचने और समय बचाने के लिए अग्रिम रूप से ऑनलाइन स्लॉट बुक करने की सलाह दी जाती है।
सभी आगंतुकों के लिए प्रवेश और निकास राष्ट्रपति संपदा के गेट नंबर 35 से होगा, जहां नॉर्थ एवेन्यू राष्ट्रपति भवन से मिलता है।
आगंतुकों से अनुरोध है कि वे कोई भी ब्रीफकेस, कैमरा, रेडियो/ट्रांजिस्टर, बॉक्स, छाता, खाने-पीने का सामान उद्यान के अंदर न लाएं। वे मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक चाबियां, पर्स/हैंडबैग, पानी की बोतलें और शिशुओं के लिए दूध की बोतलें ला सकते हैं। सार्वजनिक मार्ग के साथ, विभिन्न स्थानों पर पेयजल, शौचालय तथा प्राथमिक चिकित्सा/चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था की जायेगी।
इस वर्ष के उद्यान उत्सव में, कई अन्य आकर्षणों के बीच, आगंतुक 12 अनूठी किस्मों के विशेष रूप से उगाए गए ट्यूलिप देख पाएंगे, जिनके विभिन्न चरणों में खिलने की उम्मीद है। लोग यात्रा के दौरान किसी विशेष फूल, पौधे या पेड़ के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए बगीचों में रखे क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं।
राष्ट्रपति भवन में उद्यानों की समृद्ध विविधता मौजूद है। मूल रूप से, उनमें ईस्ट लॉन, सेंट्रल लॉन, लॉन्ग गार्डन और सर्कुलर गार्डन शामिल थे। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम और श्री राम नाथ कोविंद के कार्यकाल के दौरान, कई उद्यान विकसित किए गए, जैसे, हर्बल- I, हर्बल- II, टैक्टाइल गार्डन, बोनसाई गार्डन और आरोग्य वनम। स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के समारोह के अवसर पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में, राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन उद्यानों को ‘अमृत उद्यान’ के रूप में एक सामान्य नाम दिया है।
राष्ट्रपति भवन के उद्यानों के अलावा, लोग सप्ताह में पांच दिन (बुधवार से रविवार तक) राष्ट्रपति भवन; सप्ताह में छह दिन (मंगलवार से रविवार तक) राष्ट्रपति भवन संग्रहालय और राजपत्रित अवकाश को छोड़कर प्रत्येक शनिवार गार्ड अदला-बदली समारोह भी देख सकते हैं। अधिक जानकारी http://rashtrapatisachivalaya.gov.in/rbtour पर उपलब्ध है।