
मोदी को हर ब्लॉक में अनिवार्य रूप से एक पागलखाने का निर्माण भी करवाना चाहिए।
-दयानंद पांडेय की कलम से-

Positive India: Dayanand Pandey:
सब की संतुष्टि के लिए नरेंद्र मोदी को अपनी योजनाओं में कुछ और प्लस करने की आवश्यकता है।
पक्का मकान , शौचालय , गैस , बिजली , सड़क , सस्ती दवा , अनाज आदि के अलावा हर ज़िले , हर तहसील , हर ब्लॉक में अनिवार्य रूप से एक पागलखाने का निर्माण भी करवाना चाहिए।
ख़ास कर वाम बुद्धिजीवियों , कवियों , लेखकों , पत्रकारों के लिए तो अवश्य ही । इस्लाम के स्कॉलर्स के लिए भी । क्यों कि फ़ेसबुक सहित अन्य सोशल मीडिया पर इन सभी का एक पक्षीय प्रलाप , कुंठा , एजेंडा और अवसाद बताता है कि पागलखानों का निर्माण अगर नहीं हुआ तो देश और समाज में इन का जीना बहुत कठिन हो जाएगा और बहुसंख्यक लोगों के लिए ख़तरनाक भी ।
हां, इन पागलखानों में सभी चिकित्सकीय सुविधाएं आदि हर हाल में मुफ़्त होनी चाहिए । बिलकुल मुफ़्त ।
क्यों कि समस्या बहुत जटिल है । कोरोना जैसी महामारी से भी जटिल । कोरोना का तो टीका वैज्ञानिकों ने बना लिया था । क्या इस महामारी का टीका भी बन सकता है ? अगर हां , तुरंत काम शुरू कर देना चाहिए ।
नकारात्मकता और पागलपन की इस महामारी का इलाज भी अनिवार्य किया जाना बहुत आवश्यक है ।
मोदी सरकार की यह ज़िम्मेदारी है । जनसंख्या नियंत्रण का बिल भले चाहे जब आए , इस का टीका तो तुरंत आना चाहिए । टीका मतलब वैक्सीन । ताकि मानसिक बीमारों की फौज न खड़ी हो !
मानसिक बीमारों की फौज से देश को बचाना राष्ट्रीय कर्तव्य है ।
साभार: दयानंद पांडेय-(ये लेखक के अपने विचार हैं)