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विश्व फेफड़े के कैंसर दिवस 2024: इतिहास और महत्व
दुनियाभर में हर साल 1 अगस्त को ‘वर्ल्ड लंग्स कैंसर डे’ के रूप में मनाया जाता है। यह खास दिन लोगों के बीच इस जानलेवा बीमारी के बारें में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। फेफड़ों का कैंसर दुनिया में सबसे आम कैंसरों में से एक है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, साल 2020 में फेफड़ों के कैंसर से लगभग 1.8 मिलियन लोगों की मौत हुई थी।
‘वर्ल्ड लंग्स कैंसर डे’ का इतिहास-
बता दें, पहली बार लंग्स कैंसर को लेकर साल 2012 में फोरम ऑफ इंटरनेशनल रेस्पिरेटरी सोसाइटीज ने इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ लंग्स कैंसर और अमेरिकन कॉलेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन की सहायता से यह कार्यक्रम आयोजित किया था। दुनिया भर में कैंसर के कारणों, लक्षणों, रोकथाम और निदान के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल ‘वर्ल्ड लंग्स कैंसर डे’ मनाया जाता है। यह खास दिन लोगों से इस जानलेवा रोग के शीघ्र निदान और उपचार के लिए अपनी जांच समय से करवाने का भी आग्रह करता है।
‘वर्ल्ड लंग्स कैंसर डे’ की थीम-
‘वर्ल्ड लंग्स कैंसर डे’ 2024 की थीम है की हम एक साथ मजबूत हो कर फेफड़ों के कैंसर के प्रति जागरूकता के लिए एकजुट हों।
लंग्स कैंसर के कारण-
फेफड़ों में कैंसर होने के सबसे बड़े कारणों में धूम्रपान, नशीले पदार्थों का सेवन, प्रदूषण वाली हवा, तापमान का उतार-चढाव, सांस संबंधित बीमारी, जेनेटिक कारण हो सकते हैं।
एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल में उपस्थित कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. देवव्रत हिशीकर इस क्षेत्र में अनुभवी है। उन्होंने रेडिएशन ऑन्कोलॉजी में एमडी और मेडिकल ऑन्कोलॉजी में डी.आर.एन.बी. की डिग्री हासिल की है। डॉ. देवव्रत हिशीकर ने कई अस्पतालों में कई जटिल चिकित्सा मामलों को संभालने में योगदान दिया है। उन्हें सटीक निदान पर ध्यान देने और रोगियों का सहानुभूतिपूर्वक इलाज करने के लिए जाना जाता है।
डॉ. देवव्रत हिशीकर ने बताया कि खांसी या निमोनिया जैसी परेशानियां ट्रीटमेंट के बाद भी वापस आती रहती हैं, लेकिन कभी-कभी यह फेफड़ों के कैंसर का प्रारंभिक संकेत भी हो सकता है। फेफड़ों के कैंसर के सबसे आम लक्षणों में लगातार या बिगड़ती खांसी, सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द, आवाज बैठना या बिना कारण वजन कम होना भी शामिल है। हालांकि, इसके बारे में सटीक जानकारी केवल जांच के जरिए ही मिल सकती है। इसके लिए आपको शरीर में होने वाले कुछ और बदलावों पर भी गौर करना होगा।
उन्होंने ये भी बताया की एमएमआई नारायणा हेल्थ कैंसर इंस्टिट्यूट में कैंसर के इलाज के सभी प्रकार की सर्जरी, कीमोथेरेपी और हाई एंड रेडिएशन मशीन की सेवाएं उपलब्ध है, यहां कैंसर के मरीजों के लिए सभी प्रकार के विशेष उपायों की सुविधा भी मिलती है जिससे इलाज के दौरान मरीज को परेशानी न हो। किसी और विषय को दिखाना हो तो उन्हें और कहीं जाने की जरूरत नहीं है। पिछले 13 वर्षों से एमएमआई नारायणा हेल्थ हॉस्पिटल मरीजो श्रेष्ठ इलाज की सुविधा दे रहा है।
जैसा की हम जानते हैं धूम्रपान, नशीले पदार्थों का सेवन करना, फेफड़ों के कैंसर का मुख्य कारणों में से है, तो आइए, हम सब मिलकर इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई लड़ें और एक स्वस्थ भारत का निर्माण करें!