पूरे देश की नदियों के साथ सामूहिक बलात्कार जारी है
-दयानंद पांडेय की कलम से-
यह दिल्ली अरविंद केजरीवाल और उन के पिता जी की नहीं है । दिल्ली में यमुना का प्रदूषण हो या वायु प्रदूषण, केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की सरकार के भरोसे अब नहीं छोड़ा जा सकता । केंद्र सरकार की ज़िम्मेदारी है कि दिल्ली ही नहीं , देश भर का प्रदूषण चाहे जल प्रदूषण हो या वायु प्रदूषण ख़त्म करे । केंद्र की मोदी सरकार इसे अपने हाथ में ले और ठीक करे ।
नितिन गडकरी जैसे क़ाबिल मंत्री को यह ज़िम्मेदारी दे दे । दिल्ली में यमुना का पानी साफ़ नहीं हो रहा । पंजाब , हरियाणा में पराली का बहाना बहुत हो चुका । निर्णायक फ़ैसला ले कर केंद्र सरकार को देशवासियों को शुद्ध जल और हवा देने की दिशा में ठोस काम करने की सख़्त ज़रूरत है । नहीं खोलते रहिए अस्पताल , देते रहिए आयुष्मान कार्ड , कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता ।
फ़ैक्टरियों और नगर निगमों को ट्रीटमेंट प्लांट अनिवार्य कर नदियों का पानी को शुद्ध करने का काम ईमानदारी से नहीं हो रहा । पूरे देश की नदियों के साथ सामूहिक बलात्कार जारी है । नदियां हमारी माता हैं । और माता के साथ सामूहिक बलात्कार करने वालों को फांसी की सज़ा की दरकार है । यही फ़ांसी का काम वायु प्रदूषण फैलाने वालों के ख़िलाफ़ भी ज़रूरी है । पराली , डीज़ल गाड़ियों आदि तमाम मामलों पर तानाशाहों जैसी सख़्ती की बेहद ज़रूरत है । दिल्ली ही नहीं , देश भर में ।
साभार: दयानंद पांडेय-(ये लेखक के अपने विचार हैं)