Positive India Delhi 17 April 2021.
देश में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों को सलाह दी है कि वे अपने नियंत्रण में आने वाले अस्पतालों या सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) से समर्पित कोविड-19 अस्पताल तैयार करने को कहें या वे अस्पतालों के भीतर ही अलग वार्ड या ब्लॉक विकसित करें।
केंद्रीय मंत्रालयों को साथ ही यह सलाह भी दी गई है कि वह इस बारे में विस्तृत जानकारी आम जन से साझा करे।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से यह कदम उस वक्त उठाया गया है जब देश भर में कोविड-19 के ताजा मामलों में हर दिन तेजी से वृद्धि दर्ज की जा रही है।
मंत्रालयों को लिखे एक पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा है कि कोविड-19 के देश भर में बढ़ते ताजा मामलों को देखते हुए उनसे ठीक वैसी ही तैयारी का आह्वान किया जा रहा है जैसा उन्होंने पिछले साल किया था।
मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 के गंभीर मरीजों को प्रभावी चिकित्सकीय सुविधाएं मिल सके इसके लिए अस्पतालों के ढांचागत विकास को तेज करना होगा। इसके मद्देनजर मंत्रालयों को सलाह दी जाती है कि वे इस सिलसिले में अपनी अधीन अस्पतालों और उनके नियंत्रण वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को समर्पित कोविड-19 अस्पताल वार्ड या अलग से ब्लॉक स्थापित करने के लिए कहें।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘इन समर्पित अस्पतालों के वार्ड या ब्लॉक ऑक्सीजन वाले बेड, आईसीयू बेड, विशेष गहन चिकित्सा कक्षा, प्रयोगशालाएं सहित अन्य आवश्यक सुविधाओं से लैस होने चाहिए जैसा पिछले साल किया गया था।’’
इन अस्पतालों के वार्ड या ब्लॉक में कोविड-19 के मामलों के प्रबंधन के लिए अलग से प्रवेश और निकासी होना चाहिए ताकि पुष्ट हो चुके मामलों में मरीजों की विशेष देखभाल के साथ उपचार की सभी सुविधाएं मुहैया कराई जा सके।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये सुझाव भी दिया है कि ऐसे अस्पताल वार्ड या ब्लॉक के बारे में विस्तृत जानकारी आम जनता, राज्यों के स्वास्थ्य विभागों और जिन जिलों में ये स्थित हैं वहां के स्थानीय प्रशासन को मुहैया कराई जाए।
मंत्रालय ने आवश्यक समन्वय के लिए एक नोडल अधिकारी भी नियुक्त करने का सुझाव दिया है।
ज्ञात हो कि कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पिछले कुछ सप्ताह से कोविड-19 के मामलों में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है। संक्रमण से मरने वालों लोगों की संख्या में भी इजाफा हुआ है।
साभार पीटीआई