

पोजीटीव इंडिया :तिरुवनंतपुरम, 11 अगस्त .
(भाषा) केरल में मूसलाधार बारिश का कहर अब भी जारी है और बाढ़, भूस्खलन तथा बारिश संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 60 हो गई है। 2.27 लाख से अधिक लोगों ने राहत शिविरों में पनाह ली है।मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बाढ़ की स्थिति का आकलन करने के लिए रविवार सुबह वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।विजयन ने पत्रकारों को बताया कि बारिश संबंधी घटनाओं में आठ अगस्त से अब तक 60 लोगों की मौत हो गई और 1,551 राहत शिविरों में करीब 2.27 लाख लोगों ने पनाह ली है।उन्होंने कहा कि राज्य में बारिश थमी है लेकिन लोगों को सतर्क रहना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा ऊंचे इलाकों में आज बारिश से राहत रही। लेकिन हमें सतर्क रहने की जरूरत है। भूस्खलन से बचना आसान नहीं होगा।
विजयन ने कहा कि प्रमुख बांधों में पानी का स्तर बढ़ना भी चिंता का कारण बना हुआ है।उन्होंने बताया कि वायनाड जिले के पुथुमाला में अब भी आठ लोग लापता है और उनकी तलाश जारी है। वहां आठ अगस्त को भीषण भूस्खलन हुआ था।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में बाढ़ एवं भूस्खलन की स्थिति का जायजा करने के लिए रविवार को केरल पहुंचे।गांधी कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल के साथ रविवार दोपहर करीपुर हवाई अड्डे पहुंचे।
उन्होंने ट्वीट किया अगले कुछ दिनों तक मैं अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में रहूंगा, जहां बाढ़ से तबाही मची है। मैं वायनाड में राहत शिविरों का दौरा करूंगा और जिला एवं राज्य अधिकारियों के साथ राहत कार्यों का निरीक्षण करूंगा।
इस बीच, मूसलाधार बारिश के कारण रनवे पर पानी भर जाने के चलते पिछले दो दिन से बंद कोच्चि स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आज दोपहर से विमानों का परिचालन फिर शुरू कर दिया गया।
‘कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड’ (सीआईएएल) के एक अधिकारी ने बताया कि अबू धाबी-कोच्चि इंडिगो विमान दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर यहां पहुंचा।
घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों टर्मिनल पर सुबह नौ बजे से ‘चेक-इन’ की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी।
राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश से थोड़ी राहत की खबरें हैं लेकिन भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने वायनाड, कन्नूर और कासरगोड़ में रविवार के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है।
दक्षिणी रेलवे ने रविवार को मंगलुरू – तिरुवनंतपुरम एक्सप्रेस, मावेली एक्सप्रेस, मालाबार एक्सप्रेस, कन्नूर-एर्नाकुलम इंटरसिटी एक्सप्रेस, एर्नाकुलम-बेंगलुरू इंटरसिटी एक्सप्रेस सहित 10 ट्रेनों को पूरी तरह रद्द कर दिया।
उसने बताया कि सात ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया है और दो ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया गया है।
सेना, नौसेना, तटरक्षक बल, एनडीआरएफ, पुलिस बल, स्वयंसेवकों और मछुआरों समेत विभिन्न एजेंसियां बचाव कार्य में लगी हैं।केरल में पिछले साल भी भूस्खलन और बाढ़ से भारी तबाही मची थी। इसमें 400 से अधिक लोगों की जान गई थी और लाखों लोग बेघर हुए थे।