केजरीवाल की शराब नीति और कांग्रेस के बैंक अकाउंट को लेकर अमेरिकी हस्तक्षेप का सच
-राजकमल गोस्वामी की कलम से-
Positive India:Rajkamal Goswami:
पिछली बार अमेरिकी चुनाव के माहौल में प्रधानमंत्री मोदी हाउडी मोडी रैली में अमेरिकी भारतीयों के सामने नारा लगा आये थे “अबकी बार ट्रम्प सरकार “ । अमेरिका में भारतीय मूल के नागरिकों की संख्या खासी है और प्रधानमंत्री की अपील उनके वोटिंग पैटर्न को प्रभावित करने की क्षमता तो रखती ही है ।
ख़ैर ट्रम्प हार गये और बाइडन सत्ता में आ गये । अब भारत में चुनाव आसन्न हैं । अमेरिका का भी हक़ बनता है कि भारतीय वोटरों को मोदी जी के विरूद्ध प्रेरित करे । सीधे सीधे तो बाइडन प्रशासन हस्तक्षेप नहीं कर रहा है लेकिन केजरीवाल की गिरफ़्तारी और कांग्रेस के बैंक अकाउंट फ़्रीज़ करने पर खुले आम चिंता व्यक्त कर रहा जो सीधे तौर पर भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप है । भारतीय विदेश मंत्रालय अपना औपचारिक विरोध दर्ज करा चुका है पर अमेरिका मानने वाला नहीं है । ऐसा लगता है कि कांग्रेस को किसी अमेरिकी श्रोत से पैसा मिला है और खाते फ़्रीज़ हो जाने के कारण पैसा चुनाव में काम नहीं आ पा रहा है ।
दुनिया भर के देशों की आंतरिक राजनीति में अमेरिका का प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष दखल रहता ही है । केजरीवाल उनकी शराब नीति और कांग्रेस के बैंक अकाउंट को लेकर अमेरिकी हस्तक्षेप कोई अचरज वाली बात नहीं है । कहीं न कहीं इनके तार अमेरिका से जुड़े हुए हैं । मगर अमेरिकी बयानबाज़ी से कांग्रेस और आप को नुक़सान ही होना है ।
आना मोदी को ही है
साभार:राजकमल गोस्वामी-(ये लेखक के अपने विचार हैं)