Positive India:Rajesh Jain Rahi:
राम के विवेक पर, करते विवाद वही,
जिनके विवेक पर, सदियों से ताला है।
असुरों का नाश प्रभु, राम ने किया था कभी,
आज कुछ दानवों से, पड़ा फिर पाला है।
सोचिए विचारिये व, बोलिए संभलकर,
कौन है सफेद और, कौन पूरा काला है।
बातचीत से न बात, बनती दिखायी देती,
कड़े फैसले का अब, वक़्त आनेवाला है।
लेखक:राजेश जैन राही-रायपुर ।