Positive India:Dayanand Pandey:
का कामरेड शी जिनपिंग(Xi Zingping) , ई का कोलाहल मचाए हुए हैं। आख़िर यह कौन सी अदा है , भला !
सचहूं कष्ट में हैं कि ताइवान से डर गए हैं कि अमरीका कि मोदी से डर गए हैं। मनो इतना भौकाल फिर भी कहीं नज़रबंदी की ख़बर , कहीं मृत्यु की। कहीं राहुल गांधी की जोड़ो-तोड़ो पिकनिक वाली यात्रा से तो नहीं डर-डरा गए हैं। कि पाकिस्तान ने लंबा कर्जा मांग लिया है। सच-सच बतलाना कामरेड शी जिनपिंग ! हमारे भारतीय कामरेडों की तरह न झूठ बोलना , न अफवाह फैलाना। हम इस को गुड नहीं मानते। आप की वामपंथी तानाशाही और हिंसा को हम हमेशा ही से बैड मानते रहे हैं। पर हम अभी तो सारा बैड-गुड छोड़ कर बस इतना ही जानना चाहते हैं कि आप की बैंड आख़िर बजा कौन रहा है ? आप की तानशाही और हिंसा वाली विचारधारा ही तो नहीं ?
अगर ऐसा है तो हमारे बिचारे भारतीय वामपंथियों को तो काठ मार जाएगा। ई मोदी क्या कम पड़ रहा था , इन को विक्षिप्त , हताश और निराश करने के लिए जो कामरेड शी जिनपिंग , इतना कोलाहल मचाए हुए हैं। जल्दी से जल्दी यह कंफ्यूजन फ्यूज कीजिए। नहीं भारतीय वामपंथी आत्महत्या कर लेंगे। एक आप ही तो हैं कामरेड शी जिनपिंग जिन के दम पर यह महाबली बन कर ऐश करते फिरते हैं। और ई बिचारा राहुल गांधी तो बिल्कुलै बेरोजगार हो जाएगा। यह आप ही तो हैं कामरेड शी जिनपिंग जिन के दम पर यह लतीफा बात-बेबात भौंकता रहता है , मैं नरेंद्र मोदी से नहीं डरता ! सो प्लीज़ कामरेड शी जिनपिंग शीघ्र से शीघ्र सस्पेंस ख़त्म कीजिए। प्लीज़ !
साभार:दयानंद पांडेय-(ये लेखक के अपने विचार है)