ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उत्तराखंड में उड्डयन मंत्रालय द्वारा क्षेत्रीय उड़ान कार्यक्रम का शुभारंभ किया
जॉली ग्रांट हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का लोकार्पण किया और उड़ानों को झंडी दिखाकर रवाना किया
Positive India; Delhi
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तथा नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जनरल डॉ. वी के सिंह (सेवानिवृत्त) ने आज फिक्की और उत्तराखंड राज्य सरकार के सहयोग से नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक क्षेत्रीय उड़ान कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर आज उत्तराखंड में देहरादून के जॉली ग्रांट हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया गया और नए उड़ान मार्गों को हरी झंडी दिखाई गई।
संसद सदस्य (राज्यसभा) श्री नरेश बंसल, संसद सदस्य (लोकसभा) डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ और विधायक श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एक वीडियो लिंक के माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय (एमओसीए) में संयुक्त सचिव श्रीमती ऊषा पाधी, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के अध्यक्ष श्री संजीव कुमार, पवन हंस के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री संजीव राजदान और नागरिक उड्डयन मंत्रालय तथा भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण व राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी इस दौरान मौजूद थे।
325 करोड़ रुपये की परियोजना लागत के साथ विकसित नया टर्मिनल भवन 28,729 वर्गमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है और यह व्यस्त समय के दौरान 1,200 यात्रियों को संभालने में सक्षम होगा, जिससे इस हवाई अड्डे की क्षमता आठ गुना बढ़ जाएगी।
इस अवसर पर उद्घाटन समारोह के दौरान एचएमसीए ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ”यह हवाईअड्डा उत्तराखंड के लिए प्रगति के नए द्वार खोलेगा।” उन्होंने देहरादून-पिथौरागढ़-देहरादून, पिथौरागढ़-हिंडन-पिथौरागढ़ और पंतनगर-पिथौरागढ़-पंतनगर सेक्टर पर 3 नए हवाई मार्गों के अलावा राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों को जोड़ने के लिए 18 नए हेली मार्गों की भी घोषणा की।
इस मौके पर गणमान्य व्यक्तियों ने देहरादून-हल्द्वानी-पंतनगर-पिथौरागढ़-पंतनगर-हल्द्वानी-देहरादून-सेक्टर और चिन्यालीसौड़-सहस्त्रधारा-चिन्यालीसौड़ सेक्टर के लिए हेलीकाप्टर सेवा को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। हेलीकॉप्टर सेवा क्रमशः पवन हंस और हेरिटेज एविएशन द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। उत्तराखंड क्षेत्र में हेली मार्गों का उद्घाटन देश में पहाड़ी क्षेत्रों की हवाई संपर्क को बढ़ाने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय की उड़ान योजना के उद्देश्य के अनुरूप है। राज्य के भीतर निर्बाध हवाई कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए उत्तराखंड में 13 और हेलीपोर्ट्स की पहचान की गई है।
उड्डयन सेवा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए इस अवसर पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय (एमओसीए) ने भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) के साथ उत्तराखंड सरकार और पवन हंस लिमिटेड के सहयोग से हेलीकॉप्टर शिखर सम्मेलन-2021 के तीसरे संस्करण का आयोजन किया। इस वर्ष की थीम ‘इंडिया@75: भारतीय हेलीकॉप्टर उद्योग के विकास में तेजी लाना और हवाई संपर्क बढ़ाना’ है। श्री सिंधिया ने जॉली ग्रांट हवाई अड्डे पर आयोजित हेली शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाली विमानन कंपनियों से भी बातचीत की।उत्तराखंड देश के सबसे सक्रिय दृष्टिकोण वाले राज्यों में से एक है और भारत में हेलीकाप्टर उद्योग को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों के लिए जाना जाता है और यह हेली शक्ति कार्यक्रम की मेजबानी करने में प्रमुख पसंद बन चुका है.