www.positiveindia.net.in
Horizontal Banner 1

जिले के 29 हजार से अधिक किसानों को 116 करोड़ 31 लाख कृषि ऋण से मिला फायदा

हुआ कर्ज माफ, चेहरे पर खिली राहत की मुस्कान, अब नए सिरे से संवारेंगे खेती, कृषक ले रहे है संकल्प।

Ad 1

पॉजिटिव इंडिया:कोण्डागांव, 29 मई 2019
यह सही है कि कर्ज में होना किसी भी व्यक्ति के परेशानी एवं चिंता का कारण बनता है, विशेष तौर से हमारे कृषक भाईयो के ऊपर कर्ज होना, एक गंभीर विषय है। यह एक विडम्बना है कि एक कृषि प्रधान समाज में जहां आजीविका का पूरा दारोमदार कृषि क्षेत्र हो वहां कर्ज लेकर कृषि करना सामाजिक, आर्थिक एवं पारिवारिक रुप से भी जोखिम भरा होता है। कब मानसून आकर मुँह फेर ले ? कब कीटों की फौज फसलों को चौपट कर दे घ् इसका कोई ठिकाना नहीं होता। ऐसी स्थिति में एक कर्जधारी किसान की स्थिति और भी विकट हो जाती है। इस संपूर्ण तथ्य को पूरी संवेदनशीलता के साथ महसूस करते हुए राज्य शासन द्वारा किसान भाईयो के कर्जमाफी का निर्णय लिया गया है और इसी निर्णय ने प्रदेश के हजारांे किसानों के चेहरे पर राहत भरी मुस्कान ला दी है। इसके साथ ही धान के बढ़े हुए समर्थन मूल्य ने तो कृषकों की खुशी को दोगुना कर दिया है। जिला कोण्डागांव के ग्राम मसोरा के कृषक भीराराम नेताम, खीरचंद पटेल और घासीराम भी उन्हीं कृषको में से है जो कर्जमाफी एवं समर्थन मूल्य की बढ़ोतरी के बदौलत अपनी खेती को नए सिरे से संवारने के लिए उत्साहित है। ग्राम मसोरा के कृषक खीरचंद पटेल मुस्कुराते हुए बताते हैं कि उन्होंने अपनी 3 एकड़ की भूमि के लिए 39 हजार रुपये का ऋण लिया था जो अब माफ हो चुका है। वहीं पहले जहां उन्हें धान बेचने पर पूर्व के समर्थन मूल्य 12 सौ के हिसाब से 54 हजार मिलते थे वहीं अब 2500 के समर्थन मूल्य से 1 लाख 12 हजार रुपये की राशि प्राप्त हुई। खीरचंद बताते है कि वह इस राशि से एक नया मकान बनायेंगे। इसी प्रकार ग्राम गिरोला के एक अन्य कृषक घासीराम ने बताया है कि उन्होंने अपनी तीन एकड़ की भूमि के लिए 1 लाख रुपये का ऋण लिया था और मयब्याज सहित तीन बार 38 हजार रुपये की दर से बैंक को लौटाना पड़ा था, इसके अलावा मूलधन की राशि भी बढ़ी हुई थी परन्तु शासन द्वारा उनका लगभग 1 लाख 14 हजार का ऋण माफ कर देने से, उनकी एक बड़ी चिंता दूर हुई और वे शासन के आभारी है। ग्राम मसोरा के एक और कृषक घासीराम का कहना था कि उन्होंने अपनी 6 एकड़ भूमि के लिए 84 हजार रुपये का ऋण लिया था और पिछले दो वर्षांे से कृषि उपज भी संतोषजनक नहीं थी। परन्तु कर्जमाफी के निर्णय ने उन्हें ऋण चुकाने की चिंता से उबार दिया है। उल्लेखनीय कोण्डागांव जिले में जिला सहकारी बैंक के माध्यम से 29 हजार 927 किसानों का 116 करोड़ 31 लाख रूपये का कर्जा नई सरकार के शपथ लेते ही माफ कर दिया गया है।

Gatiman Ad Inside News Ad
Horizontal Banner 3
Leave A Reply

Your email address will not be published.