Positive India:Raipur: पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में होने वाला नारी संगम एक महासंगम में तब्दील हो गया। वक्त था “मैं हूं ना” के विषय पर एक विशेष ट्रेनिंग का, जिसमें इंटरनेशनल ट्रेनर राजेश अग्रवाल ट्रेनिंग देने वाले थे।
नारी संगम में “मैं हूं ना” के विषय पर रायपुर शहर की 2,000 महिलाओं ने ट्रेनिंग ली।
आपाधापी भरी जिंदगी में हम अपने बड़ो को, अपने माता पिता को भूल से जाते हैं; ट्रेनिंग के माध्यम से ट्रेनर राजेश अग्रवाल ने समझाया बल्कि महसूस कराया कि हमारे पेरेंट्स की हमारे जिंदगी में क्या भूमिका होती है तथा बैलेंस लाइफ को जीने के लिए हम कैसे उनके योगदान को याद करके अपनी जिंदगी को खुशहाल बना सकते हैं।
हर इंसान अपने जीवन में खुशी, तरक्की तथा शांति चाहता है, पर ऐसा होता नहीं है; और इसका कारण यह है कि हम जीवन के सभी क्षेत्रों में सामंजस्य स्थापित नहीं कर पाते। विभिन्न तरह के गेम्स के जरिए उन्होंने समझाया कि किस तरह से हमें अपनी लाइफ को बैलेंस करके चलना चाहिए ताकि हर कोई सामाजिक, पारिवारिक, आर्थिक, शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक क्षेत्र में बेहतर तालमेल बनाते हुए अपने जीवन में खुशहाली ला सके।
अलग अलग एक्टिविटी, गेम्स और मैजिक के जरिए उन्होंने समझाया कि जिंदगी को किस हिसाब से जिया जाए, दिल से।
नारी संगम में 15 संस्थानों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया, जिन्होंने इस सामाजिक ताने-बाने को सुरक्षित रखने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद सुनील सोनी ने इस ट्रेनिंग प्रोग्राम की भूरी भूरी प्रशंसा की।