Positive India: Dayanand Pandey:
पहले वह पाकिस्तानी आतंकियों के साथ थे। बहुत ऐंठ कर कहते थे , आतंक का कोई धर्म नहीं होता। जब कि होता है। पूरी तरह होता है। दुनिया भर में यह साबित है। पूरी तरह साबित है। बांग्लादेशी घुसपैठियों के साथ भी यही लोग हैं , रोहिंग्या घुसपैठिए भी इन के दामाद हैं। और अब हमास के आतंकियों की हमदर्दी में इन की छाती में दूध उफान पर है।
इजराइल की औरतों की नंगी लाशों का प्रदर्शन , बलात्कार आदि लेकिन हमारे इन धूर्तों को नहीं दिखता। फिलिस्तीन की ज़मीन का गाना गाने वालों को कभी पी ओ के का गाना गाते सुना है ? नहीं सुनेंगे। क्यों कि यह लोग तो कश्मीर भी पाकिस्तान को सौंप देने की बात करते रहते हैं। तिस पर ज्ञानचंद,रायचंद और जयचंद तो जो हैं , सो हैं ही। भारत के लोकतंत्र की यह बदसूरती ही , भारत को निरंतर मंहगी पड़ती रही है। रहेगी।
भारत अदभुत देश है !
45 करोड़ मुसलमानों वाले मुस्लिम देशों से घिरा एक करोड़ की आबादी वाला इजराइल इन्हें , इन हिप्पोक्रेटों को लेकिन लाजवाब कर देने को आतुर है। बता देना चाहता है कि आतंक , और आतंकी के साथ नो सहानुभूति। अबकी हमास का कोई नामो-निशान नहीं रहेगा। क्यों कि इजराइल , भारत नहीं है। न ही भारत जैसा सेक्यूलर दोगलों का देश है। भारत जितना धैर्यवान और बर्दाश्त करने वाला देश नहीं है इजराइल। गाजा को तहस-नहस कर जमींदोज कर चुका है। हमास के होश फाख्ता हैं। और फिलिस्तीन ?
ख़ुदा ख़ैर करे !
साभार:दयानंद पांडेय-(ये लेखक के अपने विचार हैं)