क्या काशी में नंदी महाराज की अपने आराध्य महादेव के प्रत्यक्ष दर्शन की प्रतीक्षा शीघ्र समाप्त होने जा रही है ?
-अजीत सिंह की कलम से-
Positive India:Ajit Singh:
सत्य परेशान जरूर हो सकता है…लेकिन पराजित कभी नही हो सकता है…आज काशी मे यह विद्वत वचन साबित भी हो गया…………लगता है कि हमारे नंदी महाराज की अपने आराध्य महादेव के प्रत्यक्ष दर्शन की प्रतीक्षा शायद शीघ्र समाप्त होने जा रही है…!
सबसे पहले तो नीचे तस्वीर मे देखिये जो #औरगज़ेब का लिखित #आदेश है,जो 9 अप्रैल 1669 का है,जिसमें #हिंदू_मंदिरों को #तोड़ने के लिए फरमान जारी किया गया है..जो इस समय म्युजियम मे सुरक्षित रखा है…………यह सबूत मुस्लिम पक्ष के गाल पर तमाचा लगा रहा है!!
औरगज़ेब के इसी फरमान या कहिये आदेश पर ही #बनारस के #काशी_विश्वनाथ_मंदिर और #मथुरा_का_केशव_राय_मंदिर तुड़वाया गया था।
इसके बावजूद भी मुसलमान औरगज़ेब को अपना #हीरो मानता है…क्या यही गंगा जमुनी तहजीब और भाईचारा है…जिसकी मुगली घुट्टी आजादी के बाद से हिंदुओ को कांगी नेता पिलाते रहे हैं…!!
बेचैन विपक्ष समझ ले कि #च्युंटी!!!
ये शब्द हमारे यूपी मे बोला जाता है!
मेरा कहने का मतलब है कि चींटियाँ कितनी भी इकट्ठी हो जायें,कितना भी गठबंधन कर लें…लेकिन गन्ना घसीटकर नहीं ले जा सकती हैं…अब आपको गन्ना का मतलब भी बताना पड़ेगा क्या?
बहरहाल मोदी Vs आठ साल से बिलखता,बेचैन और अब बेबस हो चुका चींटी सरीखा हो चुका विपक्ष समझ ले कि सनातन पुत्र अपनी सहिष्णु निद्रा त्याग चुके हैं…..अब वो अपना प्रत्येक अधिकार वापस लेकर ही मानेंगे…….बाकी आज ज्ञानवापी से बाहर निकल कर याची सोहनलाल अपनी भावनाओं पर भले ही नियंत्रण न रख सके हों…..लेकिन तस्वीर जरूर साफ कर दिया की बाबा मिल गये…उन्होने यह कह कर औरंगजेब और उसकी दोगली औलादों के चेहरे पर पसीना जरूर ला दिया कि हरे टिड्डे भले ही कितना संगठित हो….लेकिन दिमाग से कबीला आज भी पैदल है….तभी तो बकलोल कौम काफिरों के विरोध मे गजवाये हिंद को लेकर इतनी व्यस्त रही कि मज्जिद के तहखाने से लेकर वजू के तालाब मे मुस्काते महादेव के असल शिवलिंग को भूल गई….जिसे अब सतर्क सनातनी वकीलो ने कोर्ट द्वारा सील करा दिया है……….जैसा कि अनुमान लगा रहा हूं…उस पर कह सकता हूं कि आज मिले साक्ष्य हरे टिड्डो की कौम के गले मे ऐसे अटकने वाले हैं कि वो समझ नही पायेंगे कि निगले कैसे और निकाले कहां से…..सही कहा है कि सत्य परेशान हो सकता है….लेकिन पराजित नही हो सकता है…इसकी गवाही हमारे देश मे जगह जगह बन चुके पाकिस्तान के आज ठंडे पड़े चूल्हे दे रहे हैं….मातम फैला पड़ा है कबीले मे…!!
अब ये अलग बात है कि कोर्ट इन सबूतो पर क्या फैसला करता है…या फिर कल बड़के साब क्या करेंगे….लेकिन इतना तो साबित हो गया कि जैसे 500 साल तक सनातन संतानो की प्रतीक्षा और प्रयासो ने प्रभू राम को वापस उनके यथास्थान पर सम्मानजनक ढ़ंग से स्थापित कर दिया हैं….वैसे ही वो महादेव को भी 350 साल बाद नंदी महाराज से मिलाने मे कोई कसर नही छोड़ने वाले है…….बाकी द्वारिकाधीश भी मोहक मुस्कान से अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि जागृत सनातन संताने कब मथुरा को असुर या कहें म्लेच्छों से मुक्त कराने वाली हैं..!
योगीराज!!!
जहां तक मै समझता हूं…तो हे वासुदेवनंदन शीघ्र ही…आपकी संताने…आपके निर्देशानुसार ही पावन धरा को म्लेच्छ मुक्त करने वाले हैं…बस आपका आशीष भरा हाथ सर पर चाहिये…..बाकी कलंक के प्रत्येक चिन्ह को मिटाने के लिये आपकी संताने महामानव मोदी और योगी जैसे सनातन नेतृत्व मे उठ कर खड़ी हो चुकी हैं…..!
#हर_हर_महादेव
#वंदेमातरम्
#Ajit_Singh
साभारः:अजीत सिंह-(ये लेखक के अपने विचार हैं)