आरओबी पटना ने एक भारत श्रेष्ठ भारत – बिहार एवं मिजोरम विषय पर वेबिनार का किया आयोजन
इस अभियान से मिजोरम के लोग बिहार की संस्कति एवं समृद्धि से रू-ब-रू हो पाएंगे और बिहार के लोग मिजोरम की संस्कृति, जनजातियों, वेश-भूषा आदि को जान-पहचान पाएंगे;
Positive India: Delhi ;Jul 30, 2020.
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के लोक संपर्क एवं संचार ब्यूरो (आरओबी), पटना द्वारा हाल ही में “एक भारत श्रेष्ठ भारत – बिहार एवं मिजोरम ” विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आरओबी, पटना के अपर महानिदेशक श्री शैलेश कुमार मालवीय एवं सह-अध्यक्षता निदेशक श्री विजय कुमार ने की । वेबिनार के मुख्य अतिथि वक्ता के तौर पर सारण आयुक्त श्री राबर्ट. एल. चोंग्थू शामिल हुए थे। अन्य अतिथि वक्ताओं में नेहरू युवा केंद्र संगठन, गुवाहाटी के स्टेट डायरेक्टर श्री सैयद अली, केंद्रीय विद्यालय मिजोरम, आइजोल के प्रधानाध्यापक मो. राशिद, जनसंपर्क विभाग, मिजोरम सरकार के पीआरओ श्री प्रताप छेत्री और जाने-माने पत्रकार एवं पूर्वोदय के संपादक श्री रवि शंकर रवि वेबिनार में शामिल हुए थें।वेबिनार की अध्यक्षता कर रहे आरओबी एवं पीआईबी, पटना के अपर महानिदेशक श्री शैलेश कुमार मालवीय ने विषय प्रवेश संबोधन में कहा कि लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की 140वीं जन्म दिवस के अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री के द्वारा एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान का शुभारंभ किया गया है। इस अभियान का उद्देश्य सभी राज्यों और केन्द्र्शासित प्रदेशों के बीच गहरे रचनात्मक संपर्कों के माध्यम से राष्ट्रीय एकता की भावना को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत दो अलग-अलग राज्यों को जोड़ीदार या साझीदार बनाया गया है। इसी कड़ी मे बिहार को मिज़ोरम के साथ जोड़ीदार बनाया गया है। जिससे दोनों राज्यों को एक दूसरे के सांस्कृतिक विरासत, रीति-रिवाज, खान-पान, वेश-भूषा आदि के बारे में जानने-समझने का अवसर प्राप्त हुआ है।
मुख्य अतिथि वक्ता के रूप में वेबिनार को संबोधित करते हुए सारण आयुक्त श्री राबर्ट. एल. चोंग्थू ने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत जैसे अभियान पूर्वोत्तर राज्यों के लिए वरदान साबित होंगे । उन्होंने कहा कि मिजोरम की संस्कृति एवं रहन-सहन एक ट्राइबल सोसाइटी की है, जहां के लोग दूसरे राज्यों के लोगों से कम संपर्क रख पाते हैं। इस अभियान के माध्यम से मिजोरम के लोग बिहार की संस्कति एवं समृद्धि से रू-ब-रू हो पाएंगे वहीं दूसरी ओर बिहार के लोग मिजोरम की संस्कृति, जनजातियों, वेश-भूषा आदि को जान पहचान पाएंगे। यह संस्कृति के आदान-प्रदान के लिए सबसे बेहतरीन अभियान है।
चोंग्थू ने कहा कि मिजोरम एक कास्टलेस और क्लासलेस होमोजीनस सोसाइटी है और वहां पर किसी भी तरह की भेदभाव जात, धर्म या रेस के नाम पर नहीं होता है। उन्होंने आगे कहा कि पॉपुलर कल्चर की वजह से विशेष रुप से बॉलीवुड की हिंदी सिनेमा और गानों की वजह से मिजो सोसाइटी भारत की संस्कृति और रहन-सहन से अवगत हो रहे हैं। श्री चोंग्थू ने कहा कि दूसरी तरफ दूसरे राज्यों को मिजोरम और वहां के लोगों की संस्कृति और रहन-सहन के बारे में जानकारी बहुत कम है। चूंकि मिजोरम में ज्यादातर मीडिया मिजो और अंग्रेजी भाषा में हैं, इसलिए वहां के लोगों के बारे में जानकारी दूसरे राज्यों को बहुत कम प्राप्त होती है, इसलिए इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।