इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ने करवाई छात्रों के लिए कार्यशाला
कार्यशाला आयकर बार एसोसिएशन रायपुर के साथ मिलकर करवाया गया।
Positive India:Raipur:6 March:
इंस्टीटूट ऑफ चारटेटेड एकाउंटेंट्स की रायपुर शाखा ने आयकर बार एसोसिएशन रायपुर के साथ मिलकर चार्टर्ड एकाउंटेंट्स एवं आयकर की पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया था। शाखा के अध्यक्ष किशोर बरडिया एवं सचिव रवि ग्वालानी ने बताया कि यह कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को आयकर एवं GST में विभिन्न प्रकार के फॉर्म्स को कैसे भरा जाए एवं किन किन बारीकियों को ध्यान में रखा जाए उनसे अवगत करवाना था।
सी ए ब्रांच के अध्यक्ष सी ए किशोर बरडिया के मुताबिक, आम तौर पर आयकर विभाग किसी आकलन वर्ष के लिए ITR फॉर्म्स अप्रैल के पहले सप्ताह में अधिसूचित करता है. लेकिन आकलन वर्ष 2020-21 के लिए विभाग ने ITR-1 सहज और ITR-4 सुगम फॉर्म्स को जनवरी के पहले सप्ताह में ही अधिसूचित कर दिया है.उन्होंने ने यह भी बताया है कि ITR फॉर्म्स में दो बड़े बदलाव हैं. पहला यह कि अगर कोई व्यक्तिगत करदाता किसी आवासीय संपत्ति में संयुक्त मालिक है तो ITR-1 या ITR4 किसी से भी रिटर्न फाइल नहीं कर सकता है. दूसरा बदलाव यह कि ITR-1 उन व्यक्तिगत करदाताओं के लिए वैध नहीं है, जिन्होंने बैंक खाते में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा जमा किए हैं, या फिर विदेश यात्रा या बिजली पर क्रमश: 2 लाख या 1 लाख रुपये खर्च किए हैं.
आयकर बार एसोसिएशन, रायपुर के अध्यक्ष बी सुब्रमण्यम ने कहा कि आने वाले दिनों में इस तरह के कार्यक्रम में आयकर बार रायपुर शाखा के साथ हमेशा खड़ी रहेगी। उन्होंने आगे कहा कि जब तक चार्टर्ड अकाउंटेंट छात्र वास्तविक समस्याओं को समझेंगे नही तब तक वो बच्चे चाहे कितने भी नंबर ला लें उन्हे क्लाइंट्स को फेस करने में तकलीफ आएगी, इसलिए रायपुर शाखा ने इस बार यह निश्चय किया है कि थे ओरिटीकाल के साथ साथ प्रैक्टिकल यानी वास्तविक ज्ञान में भी उतना ही ध्यान दिया जाएगा।
छात्र साल भर अपनी परीक्षा के अनुसार पढ़ाई करते हैं, जिससे कई बार वो वास्तविक यानी प्रैक्टिकल तकलीफों से कई बार ठीक तरह से अवगत नही हो पाते।
इस कार्यशाला का उद्देश्य उन्ही बातों पर ज़्यादा था जिसमें वास्तविक समस्याओं को समझना एवं उनका हल निकालना था, जिससे वो अपने क्लाइंट्स तो बेहतर तरीके से सेवाएं दे सकें। कार्यक्रम में वक्ता के तौर पर सी ए बोवोर कंनोडिया को आयकर फॉर्म्स में व्याख्यान एवं सी ए संस्कार अग्रवाल को GST संबंधित फॉर्म्स पर व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया गया था। वक्ताओं ने छात्रों को छात्रों के ज्ञान के अनुरूप आयकर फॉर्म भरने के बारे में बताया, वक्ताओं ने यह भी बताया कि GST के फॉर्म्स में किस प्रकार के परिवर्तन किए गए हैं एवं किन प्रकार की कमियों को विभाग अपने संज्ञान में ले रहा है, फॉर्म भरते वक़्त छात्र जिन जिन गलतियों को कर रहे हैं उन्हें किस तरह से दूर किया जाए उन बातों पर विशेष व्याख्यान दिए। कार्यक्रम का संचालन आयकर बार के सचिव अधिवक्ता प्रवीण शर्मा ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से अमिताभ दुबे, सुरेश बधाण, दीपक लोढ़ा, सुरेश अग्रवाल, अधिवक्ता कुन्दनानी, सलीम शहज़ादा, आदि उपस्थित थे।