Positive India:Suresh Mistry:
देश का मिजाज बदल रहा है और उस मिजाज से जुड़ी परिभाषाएं भी…
राष्ट्रवादियों की भावुक भावना से समर्पण पूर्वक…देश बांधव भगिनी रूप में जुड़ाव का एक ताजा प्रासंगिक उदाहरण समझने की आवश्यकता है…
भारतीय बहुसंख्यक हिंदू के उत्कृष्ट होते जन मानस के साथ…
जहां अंतरराष्ट्रीय कुश्ती बाज वीरांगना बहन Babita Phogat के मातृत्व को एक उत्तम पुत्र रत्न सुख प्राप्त होने के लिए देश का हर राष्ट्रवादी सनातनी आशीर्वाद और बधाइयां बरसा रहा है….
चल चित्र पट वीरांगना अभिनेत्री Kangana Ranaut के हर व्यक्ति गत संघर्ष पर आज हर सच्चा देश प्रेमी न्योछावर हुए जा रहे है….क्योंकि जिस ऊंचाइयों पर पहुंच लोग ज़मीन और ज़मीन के मूल देश वासियों को तुच्छ समझने लगते है….आज उन्हीं ऊंचाइयों से वह सबला बड़े बड़े देश द्रोहियो का ढोल तबले बजा रही है…
वही भूतकाल में तैमूर की अम्मियों की भर्त्सना इन्ही राष्ट्रवादियों के परिहास के साथ साथ समय के अनुसार बढ़ी ही है…
मौजूदा प्रसंग में… किरकतिया कप्तान विराट और उसकी हैंडलर भार्या, भांड वूडी हकले की विश कन्या अनुष्का को आज राष्ट्रवादी समाज ने कितनी शुभकामनाएं दी होगी सच्चे मन से यह भी अवश्य विचारणीय है…!?
अब भारतीय बहुसंख्यक समाज के राष्ट्रवादी मानस की परिपक्वता के साथ साथ ही इस बहुल समाज के नायक और नायिकाओं की परिभाषाएं सकारात्मक रूप में बदली है…
यह सुखद भविष्य के…आगमन के शुभ संकेत ही हे…बस कोई इनकी अवहेलना करना चाहे तो वह शुतरमुर्ग बना रहने को स्वतंत्र है….
बस देश का मानस आज स्पष्ट हे…
अब उस देश के नायक नायिका वही प्रस्थापित और मान्य होंगे जो देश प्रथम और धर्मो सर्वोपरि के दृढ़ भाव के साथ हर पग पर बहुसंख्यक राष्ट्रीय समाज के संगठन के साथ खड़ा होगा…
अन्यथा…केवल अपने पी.आर..और विज्ञापन मार्केटिंग गुरुओं के तिकड़म के सहारे तो आप बस एक मजाक और घोर अवहेलना की ही उपलब्धि करेंगे…
वह दिन हवा हुए जब….मुंह में राम बगल में छुरी रखे मालेच्छ और उनके संबंधी सेकुलर कीटाणु स्टार डम की मलाई आरोगते थे और इसी प्रजा को धात्ता बता कर छद्म सेकुलरिज्म के चूर्ण की पुड़िया चबाते हुए…राक्षसी अट्टहास करते थे…
देश के हिंदू की विवश दशा का वह नेहरू इंदिरा राजीव सोनिया युग समाप्त हुआ है
अब जो देश हित से जुड़ा है वहीं देश की आवाज हे…वही अगली पीढ़ी का #जन_नायक..
लेखक:✍️सुरेश मिस्त्री(ये लेखक के अपने विचार हैं)