Positive India:Rajesh Jain Rahi:
मेरे अंगने में काम, इनका बताओ क्या है,
पूछ न परख कुछ, ‘इमरान’ जाली है।
गूँज रहा नाम मेरे, भारत का दूर तक,
चाँद के भी गाल पर, आई देखो लाली है।
स्वच्छता में आपका भी, योगदान देश को हो,
एक हाथ से भी कहो, बजती क्या ताली है।
अच्छे दिन आ सकेंगे, अपनी अच्छाई से ही,
आप सब अच्छे और, अच्छा अभी माली है।
लेखक:कवि राजेश जैन राही, रायपुर