डॉ अर्चना शर्मा की आत्महत्या को लेकर आईएमए ने पूरे भारत में 4 सूत्रीय मांगो को लेकर किया प्रदर्शन
आईएमए ने डॉक्टरों के ऊपर हो रहे हिंसा को रोकने के लिए सेंट्रल एक्ट बनाने की मांग की।
Positive India:Jagdalpur:
राजस्थान के लालसोट दौसा में रहने वाले गायनिक डॉक्टर स्व. अर्चना शर्मा के खिलाफ बिना किसी जांच पड़ताल किये एफआईआर दर्ज करने के चलते आत्महत्या जैसे घातक कदम उठाने के चलते सभी जगहों के डॉक्टरों के द्वारा विरोध किया जा रहा है, जिसमें मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में शनिवार की दोपहर को सीनियर डॉक्टरों से लेकर, जेआर, इंटर्न, आदि के द्वारा अपनी 4 सूत्रीय मांगों को लेकर काली पट्टी लगाकर विरोध करते हुए मोमबत्ती जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया गया, इसके अलावा प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, गृहमंत्री आदि के नाम ज्ञापन भी भेजा गया,
मामले के बारें में जानकारी देते हुए मेकाज के डॉक्टर केएल आजाद ने बताया कि डॉक्टर अर्चना शर्मा के यहां इलाज के लिए आई महिला की मौत होने के बाद परिजनों ने महिला डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी, जिसमें किसी भी प्रकार से पुलिस अधिकारियों द्वारा राजनीतिक दबाव में आकर बिना जांच पड़ताल किये एफआईआर दर्ज कर दिया, जिसके बाद महिला डॉक्टर ने अपने अस्पताल के छत पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, डॉक्टरों के ऊपर लगातार हो रहे हिंसा व बिना जांच के अपराध दर्ज किया जा रहा है, जिससे कि डॉक्टरों में काफी रोष देखने को मिल रहा है, वही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के द्वारा पूरे भारत शनिवार को 4 सूत्रीय मांग जिसमें जिस पुलिस अधिकारी ने बिना छानबीन जांच किये एफआईआर दर्ज किया है, उसके खिलाफ कार्यवाही किया जाए, डॉ अर्चना शर्मा के परिवार वालो को मुआवजा राशि दिया जाए, डॉक्टरों के ऊपर हो रहे हिंसा को रोकने के लिए सेंट्रल एक्ट बनाया जाए, मेडिकल प्रोफेशनल में आईपीसी की धारा में बदलाव लाया जाए, उपभोक्ता फोरम से मेडिकल सेवा को अलग किया जाए, इन्ही सभी बातों को लेकर मेकाज के डॉक्टरों ने मुख्य द्वार पर काली पट्टी लगाने के साथ ही मोमबत्ती जलाकर उनको श्रधांजलि दिया गया, साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यस्थान के मुख्यमंत्री व गृहमंत्री को ज्ञापन भी भेजा गया है, इस दौरान जगदलपुर आईएम अध्यक्ष डॉक्टर केएल आजाद, उपाध्यक्ष डॉक्टर जॉन मसीह, डॉक्टर खिलेश्वर सिंह, डॉक्टर नवीन दुल्हानी, डॉक्टर श्रीमती ज्योति लागू, डॉक्टर इंदु शर्मा, डॉक्टर अर्पिता लागू, डॉक्टर प्रदीप पांडेय, डॉक्टर एस एन अग्रवाल, डॉक्टर राजेन्द्र पैकरा के अलावा आईएम के अन्य कॉलेज व अस्पताल के डॉक्टरों की टीम मौजूद थे,